Bihar Chunav 2020: बेटे ने ताबड़तोड़ रैलियों में तोड़ा पिता का रिकॉर्ड, अब तक बड़े नेताओं की हो गईं 2 हजार से अधिक रैलियां
Bihar Chunav 2020 महारथियों की संख्या के लिहाज से सबसे ज्यादा भाजपा के नेता सक्रिय हैं। दर्जन भर तो राष्ट्रीय स्तर के नेता रैलियां सभाएं और बैठकें कर रहे हैं। प्रदेश स्तर के नेताओं की संख्या भी कम नहीं है।
पटना, जेएनएन। Bihar Chunav 2020 बिहार में अभी एक चरण का चुनाव प्रचार बाकी है। दो चरणों के दौरान सभी दलों के शीर्ष नेताओं ने चप्पे-चप्पे को मथ डाला। सबकी मेहनत को अगर एकत्र कर दिया जाए तो अबतक सिर्फ बड़े नेताओं के दो हजार से भी ज्यादा सभाएं एवं रैलियां हो चुकी हैं। भाजपा नेताओं का सामूहिक प्रयास सबसे ज्यादा दिख रहा है, जबकि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव एकाकी रूप से सबसे आगे खड़े हैं। तीसरे चरण के प्रचार के लिए सिर्फ चार दिन ही बाकी हैं।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अकेले अभी तक 80 सभाएं की
कम दिनों में अधिकतम सभाएं करने के मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दूसरे नंबर पर हैं। उन्होंने अकेले अभी तक कुल 80 सभाएं कर ली हैं। आगे भी जारी है। जदयू के वरिष्ठ नेता राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह, आरसीपी सिंह, मंत्री अशोक चौधरी, संजय कुमार झा एवं संजय सिंह समेत कई नेता भी लगातार सभाएं कर रहे हैं।
महागठबंधन के मुख्यमंत्री का चेहरा तेजस्वी यादव अकेले सबसे ज्यादा रैलियां एवं सभाएं करने वालों में आगे हैं। उन्हें वर्चुअल से एक्चुअल होने में थोड़ा विलंब हुआ, लेकिन ताबड़तोड़ कार्यक्रमों के जरिए वह कम समय में ही अगली पंक्ति में खड़े हो गए हैं। मात्र 16 दिनों में ही 185 चुनावी रैलियां कर चुके हैं। राजद प्रमुख लालू प्रसाद की सर्वाधिक रैलियों का रिकार्ड भी तोडऩे वाले हैं। एक दिन में अधिकतम रैलियां एवं सभाएं करने का रिकार्ड तो तेजस्वी ने तोड़ भी दिया है। 2015 के चुनाव में लालू ने एक दिन में अधिकतम 15 सभाएं कर चुके हैं, लेकिन तेजस्वी ने इस संख्या को 19 पर पहुंचा दिया है। लालू के नाम से किसी एक चुनाव में सवा दो सौ रैलियां करने का रिकार्ड है। जिस रफ्तार से तेजस्वी सभाएं कर रहे हैं, उससे अगले चार दिनों में ढाई सौ से ज्यादा रैलियां कर चुके होंगे।
सबसे अधिक भाजपा के महारथी सक्रिय
महारथियों की संख्या के लिहाज से सबसे ज्यादा भाजपा के नेता सक्रिय हैं। दर्जन भर तो राष्ट्रीय स्तर के नेता रैलियां, सभाएं और बैठकें कर रहे हैं। प्रदेश स्तर के नेताओं की संख्या भी कम नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी पसीने बहा रहे हैं। नड्डा ने तो खुद कमान भी संभाल रखी है। पीएम ने अबतक 12 सभाएं कर ली हैं। चार अगले चरण में होनी है। राजनाथ सिंह ने 25 और भूपेंद्र यादव ने सौ से अधिक सभाएं कर ली हैं। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, बिहार के प्रभारी भूपेंद्र एवं चुनाव प्रभारी देवेंद्र फडऩवीस जैसे बड़े कद-पद के नेताओं ने बिहार में डेरा डाल रखा है। केंद्रीय मंत्रियों में रविशंकर प्रसाद, गिरिराज सिंह, स्मृति ईरानी एवं नित्यानंद राय भी गली-मोहल्लों में घूम रहे हैं। प्रदेश के नेताओं में डिप्टी सीएम सुशील मोदी, प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल, प्रेम कुमार, मंगल पांडेय अति सक्रिय हैं। सांसद मनोज तिवारी एवं रवि किशन भी कैंप कर रहे हैं।
प्रचार में कांग्रेस के नेता भी पीछे नहीं
सभाओं के मामले में कांग्रेस के नेता थोड़ा पीछे हैं, लेकिन उनकी भरपाई तेजस्वी यादव कर रहे हैं। तेजस्वी महागठबंधन के सभी प्रत्याशियों का ख्याल कर रहे हैं। कांग्रेस चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष रणदीप सिंह सुरजेवाला ने पटना में ही कैंप कर रखा है। नेताओं के कार्यक्रम लगाए जा रहे हैं। राहुल गांधी की चार सभाएं हो चुकी हैं। चार और होनी है। तीन नवंबर को राहुल फिर आने वाले हैं। राज बब्बर ने सात सभाएं की हैं। भूपेश बघेल, हरीश रावत, सचिन पायलट और शक्ति सिंह गोहिल की सभाएं भी लगातार हो रही हैं। रागिनी नायक और सुष्मिता देव भी मैदान में डटी हैं। कांग्रेस नेताओं की अभी तक अलग-अलग करीब सौ से ज्यादा सभाएं हो चुकी हैं।