Begusarai Election 2020: बेगूसराय में 55.37 फीसद पड़े वोट, महागठबंधन से राजग की आमने-सामने की टक्कर के आसार
Begusarai Assembly Election News 2020 बेगूसराय विधानसभा सीट पर इस बार 18 प्रत्याशी मैदान में हैं। यहां मुख्य मुकाबला महागठबंधन एवं राजग प्रत्याशियों के बीच होने के आसार हैं। यहां जलजमाव ट्रैफिक जाम शिक्षा फूड प्रोसेसिंग प्लांट आदि के मुद्दे उठ रहे हैं।
जेएनएन, बेगूसराय। जिला के नाम वाली बेगूसराय विधानसभा सीट बेगूसराय लोकसभा क्षेत्र में आती है। वर्ष 1952 में इस विधानसभा क्षेत्र से पहली बार कांग्रेस की टिकट पर सरयुग प्रसाद सिंह विधायक चुने गए थे। पिछले विधानसभा चुनाव में महागठबंधन से कांग्रेस की उम्मीदवार अमिता भूषण यहां से चुनाव जीती थीं। इस बार जदयू महागठबंध्ान से अलग होकर राजग में हैं। इधर महागठबंधन से फिर अमिता भूषण कांग्रेस की प्रयाशी हैं। यहां कुल 18 प्रयाशी मैदान में हैं। इस बार यहां 55.37 फीसद मतदान दर्ज किया गया है।
प्रमुख प्रत्याशी :
1. कुंदन सिंह - भाजपा
2. अमिता भूषण - कांग्रेस
3. संजू प्रिया - रालोसपा
4. राजेश कुमार - निर्दलीय
प्रमुख मुद्दे :
1. ट्रैफिक जाम : शहरी क्षेत्र में ट्रैफिक जाम की बड़ी समस्या है। शहर के कालीस्थान चौक, नगर पालिका चौक, कर्पूरी स्थान चौक, कचहरी रोड, चट्टी रोड, मेन रोड, सब्जी मार्केट सहित अन्य सड़कों पर सुबह से शाम तक जाम का झाम लोगों को झेलना पड़ता है। लेकिन यातायात व्यवस्था संभालने के लिए न तो पर्याप्त संख्या में ट्रैफिक पुलिस होते हैं और न ही कहीं लाल-पीली बत्तियों की व्यवस्था है। ट्रैफिक नियंत्रण के लिए अधिकांश होमगार्ड के जवान लगाए जाते हैं। हालांकि एक कारण यह भी है कि बढ़ती आबादी के अनुरूप्ा सड़कों का निर्माण भी नहीं हो सका है। जगह-जगह अतिक्रमण इसमें कोढ़ में खाज का काम करता है।
2. जलजमाव : शहरी क्षेत्र में जलजमाव की गंभीर समस्या है। बरसात में सड़क से लेकर लोगों के घरों तक जलजमाव हो जाता है। हर बार समाधान के आश्वासन की घूटी पिला दी जाती है। लेकिन शहर में जलनिकासी की कोई उचित व्यवस्था नहीं है। पानी बरसात का हो या फिर नाले का, वह शहर में ही रह जाता है। जबकि हर साल सिर्फ नाला निर्माण पर करोड़ो रुपये खर्च होते हैं।
3. शिक्षा : यहां दिनकर विश्वविद्यालय की स्थापना की मांग वर्षों से की जा रही है। नेता आश्वासन भी दे रहे हैं, लेकिन आज तक विश्वविद्यालय की स्थापना नहीं हो सकी है। इस क्षेत्र के वीरपुर प्रखंड में आज भी डिग्री कॉलेज नहीं है। वहां के छात्र-छात्राओं को डिग्री की पढ़ाई के लिए भी 20 किलोमीटर की दूरी तय कर बेगूसराय आना पड़ता है।
4. फूड प्रोसेसिंग प्लांट : बेगूसराय विधानसभा क्षेत्र के कुसमहौत में मक्का अनुसंधान केंद्र की स्थापना की गई है। इसके साथ यहां फूड प्रोसेसिंग प्लांट खोलने की मांग जिले भर के किसानों ने की थी। परंतु इस दिशा में आज तक एक भी कदम नहीं बढ़ सका है।
5. स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति : इस विधानसभा क्षेत्र के ग्रामीण इलाके की बात तो दूर शहरी क्षेत्र में भी आवाम के लिए स्वच्छ पेयजल आपूर्ति की सुविधा नहीं है। शहरी क्षेत्र में भी पाइप से जलापूर्ति की योजना महज कुछ मोहल्ले के घरों तक सिमटी हुई है।
वर्ष कौन जीता कौन हारा
2010 सुरेंद्र मेहता भाजपा उपेंद्र प्रसाद सिंह लोजपा
2015 अमिता भूषण कांग्रेस सुरेंद्र मेहता भाजपा