Haryana-Maharashtra Election: तीन दिन पहले मनेगी दिवाली या निकलेगा दिवाला
Haryana-Maharashtra Election चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र और हरियाणा में विधानसभा चुनाव तारीखों की घोषणा कर दी है। चुनाव त्योहारों के बीच हो रहे हैं और दिवाली से पहले रिजल्ट भी आ जाए
नई दिल्ली, [जागरण स्पेशल]। चुनाव आयोग ने शनिवार सुबह प्रेस कॉन्फ्रेंस करके हरियाणा और महाराष्ट्र में चुनाव तारीखों की घोषणा कर दी है। दोनों राज्यों में एक ही चरण में 21 अक्टूबर को मतदान होगा, जबकि 24 अक्टूबर को नतीजे भी घोषित कर दिए जाएंगे। त्योहारों के मौसम में चुनाव हो रहे हैं तो जाहिर सी बात है चुनाव के साथ-साथ त्योहारों की भी बात होगी। 27 अक्टूबर को रोशनी का पर्व दीपावली मनाई जाएगी। दीपावली से ठीक तीन दिन पहले आने वाले विधानसभा चुनाव के नतीजे किसी के घर में खुशियां के दीप जलाएंगे तो किसी के हाथ मायूसी का अंधेरा लगेगा।
दशहरा पर पसीना बहाएंगे नेता
हरियाणा विधानसभा का कार्यकाल 2 नवंबर को खत्म हो रहा है, जबकि महाराष्ट्र की मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल भी 9 नवंबर तक ही है। जाहिर है इससे पहले चुनाव कराना मजबूरी भी था। 8 अक्टूबर को दशहरा होगा और उम्मीद की जानी चाहिए कि दोनों ही राज्यों में नवरात्रि, दुर्गा पूजा और दशहरा के अवसर पर जनता को अपनी तरफ करने के लिए नेता जमकर पसीना बहाएंगे।
खर्च पर रहेगी कड़ी नजर
महाराष्ट्र में 8.94 करोड़ मतदाता हैं, जबकि हरियाणा में 1.28 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों के लिए 1.3 लाख EVM का इस्तेमाल किया जाएगा, वहीं महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों के लिए 1.8 लाख EVM का इस्तेमाल होगा। चुनाव आयोग ने हर उम्मीदवार के लिए 28 लाख रुपये के चुनाव खर्च की सीमा भी तय कर दी है और पर्यवेक्षक चुनाव खर्च की निगरानी भी करेंगे। ऐसे में त्योहारी सीजन में उम्मीदवारों के लिए भी अपने खर्च को सीमित रखना बड़ी चुनौती होने वाली है।
त्योहारों के बीच चुनावी हलचल
मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने बताया कि दोनों राज्यों के चुनाव के लिए 27 सितंबर को नोटिफिकेशन जारी हो जाएगा। 4 अक्टूबर को नामांकन की अंतिम तिथि होगी और 5 अक्टूबर को नामांकन पत्रों की जांच होगी। यदि कोई प्रत्याशी अपना नाम वापस लेना चाहे तो वह 7 अक्टूबर यानि दशहरा से ठीक एक दिन पहले तक ऐसा कर सकते हैं। इसके बाद 21 अक्टूबर को चुनाव और 24 को मतगणना होगी, जबकि इसके ठीक तीन दिन बाद दिवाली मनाई जानी है। जाहिर है कुछ नेताओं (जीतने वालों) की दिवाली पहले ही शुरू हो जाएगी, जबकि हारने वालों को जनता से दिवाली का तोहफा नहीं मिलने पर निराशा होगी।
सोशल मीडिया पर नजर
मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि चुनाव आयोग सोशल मीडिया पर भी कड़ी नजर रखेगा। यही नहीं आपराधिक रिकॉर्ड का ब्यौरा ने देने वाले उम्मीदवार का पर्चा रद करने की बात भी मुख्य चुनाव आयुक्त ने कही।
64 विधानसभा उपचुनाव भी होंगे
चुनाव आयोग ने सभी उम्मीदवारों से चुनाव के दौरान अपने हथियार जमा कराने का कहा है। यही नहीं चुनाव आयोग ने स्वच्छता का संदेश देते हुए चुनाव के दौरान प्लास्टिक का इस्तेमाल न करने की हिदायत भी दी है। इन दो राज्यों के साथ ही अलग-अलग राज्यों में 64 विधानसभा उपचुनाव भी होंगे।