इन दिनों देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस में क्या हो रहा है और वह किधर जा रही है, यह शायद कोई भी और यहां तक कि कांग्रेसी नेता भी नहीं जानते। इस पर हैरान ही हुआ जा सकता है कि हरियाणा और महाराष्ट्र में विधानसभा चुनावों की घोषणा होने के चंद दिन बाद राहुल गांधी विदेश यात्रा पर चले गए। पता नहीं राहुल इन राज्यों में चुनाव प्रचार करने जाएंगे या नहीं, लेकिन ऐन मौके पर उनके विदेश जाने से आम कार्यकर्ताओं के बीच तो यही संदेश गया कि वह इन चुनावों को महत्व नहीं दे रहे हैैं।

भले ही सोनिया गांधी अंतरिम अध्यक्ष के तौर पर फैसले करने में लगी हुई हों, लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं लगता कि वह अपने नेताओं एवं कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने और उन्हें दिशा दिखाने की जरूरत समझ रही हैैं। वास्तव में इसी कारण पार्टी के नेता एक ही मसले पर अलग-अलग बयान देने में लगे हुए हैैं। वे एक-दूसरे की सार्वजनिक तौर पर आलोचना भी करने में लगे हुए हैैं। इससे भी खराब बात यह है कि वे राष्ट्रीय महत्व के मसलों पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय सतही मसलों पर जुमलेबाजी करने में लगे हुए हैैं।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद के इस बयान से शायद ही कोई असहमत हो कि कठिन दौर से गुजर रही पार्टी अपना भविष्य तय नहीं कर सकती। यदि उन्हें हरियाणा और महाराष्ट्र में पार्टी के जीतने की संभावना नहीं दिख रही है तो यह सच की स्वीकारोक्ति ही है। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि पार्टी अभी तक हार के कारणों पर गौर नहीं कर सकी है। यह अजीब है कि लोकसभा चुनाव नतीजे आने के चार माह बाद भी कांग्रेस ने यह जानने की कोशिश नहीं की कि उसे एक और करारी हार का सामना क्यों करना पड़ा? यह तो वह काम है जो प्राथमिकता के आधार पर होना चाहिए था।

सलमान खुर्शीद के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पार्टी के एक अन्य वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि इसमें कोई दोराय नहीं कि पार्टी को आत्ममंथन करने की जरूरत है। इस तरह की बातें अन्य अनेक नेताओं की ओर से भी की जा चुकी हैैं। कोई नहीं जानता कि इस जरूरत की पूर्ति क्यों नहीं हो रही है? आखिर यह क्यों न माना जाए कि कांग्रेस जानबूझकर आत्ममंथन से बच रही है? सच जो भी हो, लोकसभा चुनावों में 11 करोड़ से अधिक वोट पाने और चार प्रमुख राज्यों में शासन करने वाली कांग्रेस अपनी दयनीय दशा से उबरने की कोशिश न करके केवल अपना ही नहीं, भारतीय लोकतंत्र का भी अहित करने में लगी हुई है।