जम्मू-कश्मीर के बटोत और गांदरबल में तीन-तीन आतंकियों को मार गिराने में मिली सफलता एक ओर जहां यह बताती है कि भारत आतंक के रास्ते पर चलने वालों को मुंह तोड़ जवाब देने के लिए प्रतिबद्ध है वहीं दूसरी ओर यह भी रेखांकित करती है कि पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ावा देने की अपनी आदत छोड़ने के लिए तैयार नहीं। गांदरबल में मारे गए आतंकी स्थानीय नहीं। हैरत नहीं कि वे पाकिस्तान से आए हों। भले ही पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के मंच से यह कहकर दुनिया की आंखों में धूल झोंकने की कोशिश की हो कि अब हम आतंकियों को पनाह नहीं दे रहे हैैं, लेकिन हकीकत यही है कि पाकिस्तान अभी भी आतंकियों का अड्डा बना हुआ है।

वहां प्रशिक्षित हो रहे आतंकी कश्मीर में घुसाए जा रहे हैैं। इसी मकसद के चलते पाकिस्तानी फौज रह-रह कर संघर्ष विराम का उल्लंघन कर रही है। अब उसने एक नया काम ड्रोन के जरिये पंजाब में हथियार भेजने का शुरू किया है। इसकी भी अनदेखी नहीं की जा सकती कि इमरान खान ने संयुक्त राष्ट्र के मंच से कश्मीर को लेकर किस तरह भारत के खिलाफ जहर उगला और एक तरह से यह बताया कि पाकिस्तान आतंक के रास्ते से हटने वाला नहीं है।

पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने केवल जहरीला भाषण ही नहीं दिया, बल्कि अंतरराष्ट्रीय राजनय के साथ ही भाषा की मर्यादा का भी उल्लंघन किया। लगता है वह खुद को दिए गए नाम-तालिबान खान को सही साबित करने पर तुले थे। उनके भाषण का एक बड़ा हिस्सा जिहाद की पैरवी करने वाले किसी ऐसे शख्स का था जो युद्धोन्माद से ग्रस्त हो। वैसे तो इमरान ने यह कहा कि वह भारत से परिचित हैैं, लेकिन उनके भाषण ने यही प्रकट किया कि पाकिस्तान में पल रहे किस्म-किस्म के आतंकियों और उनकी सोच में अंतर करना कठिन है।

आखिर किसी देश का शासनाध्यक्ष संयुक्त राष्ट्र के मंच से ऐसी भाषा का इस्तेमाल कैसे कर सकता है कि अगर युद्ध की नौबत आई तो हमारे पास परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करने के अलावा और कोई चारा नहीं रहेगा? चूंकि अब यह और अच्छे से स्पष्ट हो रहा है पाकिस्तान कश्मीर में आतंक फैलाने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार है इसलिए भारत को उस पर लगाम लगाने के लिए हर संभव उपाय करने होंगे। भारत को कश्मीर के हालात सामान्य करने के साथ इस पर ध्यान देना ही होगा कि आत्मघात पर आमादा पाकिस्तान को सही रास्ते पर कैसे लाया जाए? यह आसान काम नहीं, क्योंकि वह बर्बादी के रास्ते पर चलने के साथ ही बेहद गैर जिम्मेदाराना रवैया अपनाए हुए है।