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डीयू के नियमित के साथ सर्टिफिकेट कोर्स में भी ले सकते हैं दाखिला

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By JagranEdited By: Published: Sun, 05 Jul 2020 09:39 PM (IST)Updated: Sun, 05 Jul 2020 09:39 PM (IST)
डीयू के नियमित के साथ सर्टिफिकेट कोर्स में भी ले सकते हैं दाखिला
डीयू के नियमित के साथ सर्टिफिकेट कोर्स में भी ले सकते हैं दाखिला

जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली : दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के नियमित कोर्स के साथ-साथ विद्यार्थियों के पास छह माह व एक साल के सर्टिफिकेट कोर्स में दाखिले का भी विकल्प मौजूद है। इन कोर्स की कक्षा शनिवार व रविवार को आयोजित होती है, ऐसे में नियमित कोर्स की कक्षाएं इससे बिल्कुल प्रभावित नहीं होती है। कुछ कॉलेजों में डीयू खुद इन कोर्स को संचालित कर रहा है, तो कुछ में निजी संस्था के साथ मिलकर कॉलेज प्रशासन अपने स्तर पर इन सर्टिफिकेट कोर्स को चला रहा है। खास बात यह है कि इन सर्टिफिकेट कोर्स को करने के बाद छात्र विभिन्न विभाग में अच्छी नौकरी भी प्राप्त कर सकते हैं। कॉलेज प्रशासन के मुताबिक इस साल कोरोना वायरस महामारी के कारण कोई नया सर्टिफिकेट कोर्स नहीं जोड़ा जाएगा।

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जानकारी के मुताबिक एक अगस्त से सर्टिफिकेट कोर्स में दाखिले की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। क्षेत्र में कैर गांव स्थित भगिनी निवेदिता कॉलेज को छोड़ दें तो सभी कॉलेजों में सर्टिफिकेट कोर्स की सुविधा है। शिवाजी कॉलेज : कॉलेज में 19 नियमित पाठ्यक्रम हैं। इसके अलावा यहां फाइनेंशियल एनालिसिस व जर्मन और फ्रेंच भाषा का छह माह वाले सर्टिफिकेट कोर्स भी कॉलेज प्रशासन की ओर से चलाए जाते हैं। फाइनेंशियल एनालिसिस कोर्स की फीस जहां 4500 रुपये है, वहीं जर्मन और फ्रेंच भाषा की फीस 9500 रुपये है। कॉलेज प्रशासन के मुताबिक पिछले वर्ष विधिक जागरूकता कोर्स की शुरुआत की गई थी। इसके अलावा चीन की मंदारिन भाषा शुरू करने की भी योजना है, लेकिन इस साल इस कोर्स को शुरू कर पाना संभव नहीं है। साथ ही जर्मन और फ्रेंच भाषा को एक साल के डिप्लोमा कोर्स में तब्दील करने की दिशा में कॉलेज प्रशासन की तरफ से विचार किया जा रहा है। भारती कॉलेज : कॉलेज में स्नातक के 27 नियमित पाठ्यक्रम हैं। इसके अलावा दिल्ली विश्वविद्यालय की ओर से कॉलेज में एक साल का रसियन, जर्मन, फ्रेंच व चाइनीज भाषा का कोर्स कराया जाता है। इन कोर्स को पढ़ाने के लिए डीयू के प्रोफेसर ही आते हैं। जहां जर्मन व फ्रेंच भाषा कोर्स की फीस 9500 है, वहीं रसियन की 1772 रुपये और चाइनीज की 17 हजार रुपये है। साथ ही कॉलेज में छह माह के सर्टिफिकेट कोर्स भी उपलब्ध हैं। जिसमें जर्नलिज्म व मास कम्यूनिकेशन, डिजीटल मार्केटिग, ओ व ए लेवल कंप्यूटर कोर्स शामिल हैं। ये कोर्स 2018 में कॉलेज प्रशासन ने विभिन्न संस्थानों के साथ मिलकर शुरू किया था। भास्कराचार्य कॉलेज ऑफ एप्लाइड साइंसेज : यहां 11 स्नातक के नियमित पाठ्यक्रम हैं। फिलहाल यहां पर फूड सेफ्टी व एंटीबॉयटिक दवाओं के फायदे व नुकसान पर आधारित छह माह का सर्टिफिकेट कोर्स चलाया जा रहा है। हालांकि हर साल कॉलेज में विद्यार्थियों की मांग को ध्यान में रखते हुए सर्टिफिकेट कोर्स का चुनाव किया जाता है। ऐसे में इस साल क्या कोर्स शुरू किए जाएंगे, यह अभी तय नहीं हुआ है। दीन दयाल उपाध्याय कॉलेज : कॉलेज में 16 नियमित कोर्स हैं। इसके अलावा यहां छह माह वाले रसियन, फ्रेंच, जर्मन व स्पेनिश भाषा के कोर्स कराए जाते हैं। जिसमें फ्रेंच, जर्मन व स्पेनिश भाषा की फीस करीब 20 हजार रुपये हैं। साथ ही यहां स्नातक की पढ़ाई पूरी कर चुके छात्रों के लिए ऑनलाइन रिटेलिग कोर्स हैं। पिछले वर्ष कॉलेज प्रशासन की ओर से साइबर सिक्योरिटी नामक नया कोर्स शुरू किया गया था। इसके अलावा छात्रों के लिए इफेक्टिव कम्यूनिकेशन एंड पर्सनालिटी डेवलपमेंट थ्रू थिएटर कोर्स भी उपलब्ध है। राजधानी कॉलेज : यहां 26 नियमित पाठ्यक्रम हैं। दिल्ली विश्वविद्यालय की ओर से यहां तीन माह का टूर एंड ट्रेवल्स कोर्स चलाया जा रहा है। जिसकी फीस 3600 रुपये है। इसके अलावा यहां मुफ्त विधिक जागरूकता कोर्स भी उपलब्ध है। इन दोनों ही कोर्स में डीयू का कोई भी छात्र दाखिला ले सकता है। राजधानी कॉलेज के छात्रों के लिए स्नातक की पढ़ाई के साथ मुफ्त में सस्टेनेबल इनवायरमेंट मैनेजमेंट, रोबोटिक्स, नैनोटैक्नोलॉजी, इलेक्ट्रोपीडिया, एटमॉसफेरिक फिजिक्स एंड क्लाइमेट चेंज व ऑफिस ऑटोमेशन कोर्स है। छात्र अपनी सहूलियत के अनुसार किसी भी कोर्स में दाखिला ले सकते हैं। इस साल कॉलेज प्रशासन स्कील डेवलपमेंट व वोकेशनल स्टडीज से जुड़े विभिन्न पाठ्यक्रमों को शुरू करने की दिशा में मन बना रहा है।


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