काशी और हरिद्वार की तर्ज पर अब दिल्ली में होगी यमुना की आरती
आध्यात्मिक नगरी काशी और हरिद्वार में सुबह शाम होने वाली गंगा की आरती का नजारा दिल्ली में भी देखने को मिलेगा। फर्क इतना होगा वहां गंगा मैया की आरती होगी और यहां जीवनदायिनी यमुना माता की। जहां घंटे और शंख गूंजेंगे वहीं ओम जय यमुना माता के स्वर घाट की
नई दिल्ली [नेमिष हेमंत] । आध्यात्मिक नगरी काशी और हरिद्वार में सुबह शाम होने वाली गंगा की आरती का नजारा दिल्ली में भी देखने को मिलेगा। फर्क इतना होगा वहां गंगा मैया की आरती होगी और यहां जीवनदायिनी यमुना माता की। जहां घंटे और शंख गूंजेंगे वहीं ओम जय यमुना माता के स्वर घाट की फिजाओं भक्तिमय करेंगे।
दिल्ली में यमुना की भी उसी आध्यात्मिक और भक्तिभाव से नियमित आरती करने की तैयारी चल रही है, जिस तरह से गंगा मैया की आरती काशी और हरिद्वार में होती है। अगर सब कुछ ठीक रहा तो यम द्वितीया (भइया दूज) के दिन 13 नवंबर से यमुना की नियमित आरती शुरू हो जाएगी।
खास बात कि पहले दिन की आरती में काशी व हरिद्वार के संतों के साथ ही अन्य धार्मिक नगरी के संतों का मार्गदर्शन और सानिध्य मिलेगा। यमुना की नियमित आरती का खाका तैयार करने वाले रोहिणी सेक्टर-9 स्थित दयाधाम के प्रथम पालक चंद्रमणि मिश्रा के मुताबिक उस ऐतिहासिक दिन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व जल संसाधन मंत्री उमा भारती को निमंत्रण भेजा गया है।
यमुना की नियमित आरती के लिए कश्मीरी गेट के नजदीक स्थित यमुना कुदशिया घाट को दुरुस्त करने की तैयारी चल रही है। दिल्ली के पर्यटन मंत्री कपिल मिश्रा भी इसमें रुचि दिखा रहे हैं। वह शुक्रवार को कुदशिया घाट पहुंचे और घाट के लिए भूमि पुजन किया।
फिलहाल कुदशिया घाट को आरती लायक पक्का करने के लिए दयाधाम द्वारा दिल्ली सरकार, एनजीटी, पर्यावरण मंत्रालय व डीडीए से अनुमति ली जानी है। चंद्रमणि मिश्रा के मुताबिक इस रास्ते में दिल्ली सरकार ने पूरा सहयोग का आश्वासन दिया है। यमुना की नियमित आरती के माध्यम से लोगों को यमुना के प्रति जागरूक करने के साथ उनमें धार्मिक चेतना का संचार करना है।
उन्होंने बताया कि 13 नवंबर के बाद से सुबह-शाम यमुना की आरती होगी, जबकि हर रविवार को महाआरती का आयोजन होगा। दयाधाम आश्रम से करीब 150 ब्राह्मण जुड़े हैं, जिनकी जिम्मेदारी यमुना की नियमित आरती कराना होगा।
तीन साल में यमुना की बदलेगी तस्वीर : कपिल मिश्रा
दिल्ली के पर्यटन मंत्री कपिल मिश्रा ने कहा कि अगले तीन सालों में यमुना की तस्वीर बदली नजर आएगी। यह स्वच्छ होगी। उन्होंने कहा कि यमुना को पर्यटन के बड़े केंद्र के तौर पर विकसित करने की तैयारी चल रही है। जिससे कि लोग घूमने, फिरने के साथ ही सुकून और शांति की तलाश में यमुना किनारे आ सकें। यह बातें उन्होंने कुदशिया घाट पर यमुना आरती के बाद कहीं।