नरेला में महिलाओं ने तैयार की देसी खूबसूरत राखियां
जागरण संवाददाता बाहरी दिल्ली स्वदेसी को बढ़ावा देते हुए नरेला में महिलाओं ने इस रक्षाबंधन
जागरण संवाददाता, बाहरी दिल्ली : स्वदेसी को बढ़ावा देते हुए नरेला में महिलाओं ने इस रक्षाबंधन के लिए एक से बढ़कर एक राखियां बनाई हैं। इन खूबसूरत देसी राखियों को बनाने में धागा, रेशम, मोती, पेपर जैसी चीजों का प्रयोग किया गया। इस तरह सामाजिक संस्था सखी के अंतर्गत प्रशिक्षण प्राप्त कर इन महिलाओं ने अपने हुनर का प्रदर्शन करते हुए आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ाया है।
संस्था की अध्यक्ष व संस्थापिका सुची श्रीवास्तव ने बताया कि करीब 10-12 महिलाएं इस कार्य में जुटी हैं और अब तक 500 से अधिक राखियां बना चुकी हैं। उन्होंने बताया कि आजकल बाजार में देसी राखियों की मांग अधिक है और हर कोई अपने देश की खुशबू वाले उत्पाद ही खरीदना चाहता है। इसी उद्देश्य से यह राखियां तैयार की गई हैं।
जरूरतमंद महिलाएं जो अलग-अलग कारणों से अभाव का जीवन जी रही थीं, आज वह अपने हुनर और प्रतिभा को निखारते हुए जीवनयापन कर रही हैं। सिगल मदर और पति से अलग होने के बाद बच्चे के भरणपोषण के लिए कार्य करने वाली इन महिलाओं ने हौसले के साथ खुद को आत्मनिर्भर बनाया है। राखी के अलावा यह महिलाएं कढ़ाई, बुनाई, थैले, सजावटी फूल व अन्य घरेलू उपयोग की वस्तुएं बनाती हैं। संस्था द्वारा कोरोना काल में इन्हें घर बैठे काम करने की भी ट्रेनिग दी गई है। पूनम, गुड्डी, पूजा, ऋतु जैसी ऐसी कई महिलाएं हैं जो इस प्रकार खुद को मजबूत व आत्मनिर्भर बना रही हैं।