योग से दूर होता है मानसिक तनाव : डॉ. अनिल सिघल
भारत में अवसाद से जूझ रहे ज्यादातर लोग डॉक्टरों तक नहीं पहुंचते और जो डॉक्टर से संपर्क करते हैं उनमें से ज्यादातर सही तरीके से दवाएं नहीं लेते हैं।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली :
भारत में अवसाद से जूझ रहे ज्यादातर लोग डॉक्टरों तक नहीं पहुंचते और जो डॉक्टर से संपर्क करते हैं उनमें से ज्यादातर सही तरीके से दवाएं नहीं लेते हैं।
अगर किसी भी तरह की मानसिक समस्या है तो निस्संकोच मनोविज्ञानी से परामर्श लें और साथ में अपने परिवार के सदस्यों, माता-पिता एवं दोस्तों से भी बात करें। वहीं मानसिक स्वास्थ्य से जूझ रहे लोग योग भी कर सकते हैं। योग का नाड़ीशोधन प्राणायाम करें। यह बहुत ही लाभदायक है।
यह बातें ओक्लाहोमा, यूएसए में कार्यरत न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. अनिल सिघल ने दिल्ली विश्वविद्यालय के कोविड-19 के दौरान 'मानसिक स्वास्थ्य की चुनौतियों' विषय पर वेबिनार के दौरान कहीं। डॉ. अनिल ने कहा कि नृत्य एवं गानों को गाकर भी अपने तनाव को दूर सकते हैं। खुद के लिए समय निकालकर मनपसंद गतिविधियों को करें। इससे भी तनाव कम होगा। मंगलवार को शाम को 5.30 से 7.30 बजे के दौरान हुए इस वेबिनार में ओक्लाहोमा से ही हृदयरोग विशेषज्ञ डॉ. अचला सिघल ने भी व्याख्यान दिया।
डॉ.अचला सिघल ने कहा कि छात्र अगर मानसिक तनाव से जूझ रहे हैं तो वह प्रेरणादायक वीडियो देखें। यह समझ हासिल करना जरूरी है कि खुशी एक मन की अवस्था है। जिस भी काम में संतुष्टी मिलती है उसे करते हुए अपने तनाव को कम करें।
इस अवसर पर डीयू छात्र कल्याण डीन प्रो. राजीव गुप्ता, डिप्टी डीन प्रो. हेना सिंह भी मौजूद थीं।