मंदिर निर्माण तक चलेगा विहिप का जन अभियान
अयोध्या में इधर भव्य राममंदिर साकार होता रहेगा उधर मंदिर आंदोलन की अगुआ विश्व हिदू परिषद (विहिप) का मंदिर निर्माण को लेकर जन संपर्क अभियान भी गांव-गांव शहर-शहर पहुंचता रहेगा। यह तब तक चलेगा जब तक की मंदिर का निर्माण पूरा नहीं हो जाता है। माना जा रहा है कि मुख्य मंदिर को तैयार होने में तकरीबन तीन वर्ष का
नेमिष हेमंत, नई दिल्ली
अयोध्या में इधर भव्य राममंदिर साकार होता रहेगा, उधर मंदिर आंदोलन की अगुआ विश्व हिदू परिषद (विहिप) का जन संपर्क अभियान भी गांव-गांव शहर-शहर पहुंचता रहेगा। यह तब तक चलेगा जब तक मंदिर का निर्माण पूरा नहीं हो जाता है। माना जा रहा है कि मुख्य मंदिर को तैयार होने में तकरीबन तीन वर्ष का समय लगेगा। विहिप की कोशिश है कि मंदिर निर्माण से अधिक से अधिक हिदू परिवार जुड़ें। हालांकि, कोरोना राह में बाधा बनकर खड़ी है।
विहिप ने राम मंदिर निर्माण कार्य से चार लाख गांवों और 10 करोड़ परिवारों को जोड़ने का लक्ष्य तय किया है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने भी स्पष्ट किया है कि यह मंदिर पूरे भारत का हृदय स्थल होगा। इसलिए देश की सभी नदियों के जल तथा धार्मिक व ऐतिहासिक महत्व के स्थानों की मिट्टी का इस्तेमाल मंदिर की नींव में होगा। ट्रस्ट की कोशिश होगी कि मंदिर के निर्माण में चंद धनाढ्य राम सेवकों की जगह गरीब से गरीब लोग भी योगदान दें। विहिप के कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि सभी लोग को अपनी नेक कमाई का एक हिस्सा मंदिर निर्माण में अर्पित करना चाहिए। इसके लिए देश के चार लाख गांवों में जाएंगे। 10 करोड़ परिवार के घरों के दरवाजे खटखटाएंगे। उनसे कहेंगे कि अपना मंदिर- प्रभु राम का मंदिर बन रहा है। आप उसके लिए सहायता करें। 10 करोड़ परिवार मतलब लगभग 50 करोड़ लोग का आर्थिक सहयोग हम प्राप्त करेंगे।
उन्होंने कहा कि हम चाहते थे कि मंदिर निर्माण में रामभक्त अयोध्या भी आएं। दो दिन रुकें। भजन-पूजन करें और मंदिर के निर्माण में हाथ लगाएं। यह कितना हो पाएगा, यह काफी कुछ कोरोना पर निर्भर करेगा। विहिप के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा कि राम सबके हैं। हमारे जो वैचारिक विरोधी हैं उनके भी। इसलिए हम सभी से संपर्क साधेंगे।