UP की सबसे बड़ी लूट में खुलासा, 12 करोड़ लूटे थे हाथ लगे सिर्फ 7 लाख
सहारनपुर में तनिष्क के शोरूम से फरवरी 2015 में लूटे गए 12 करोड़ के जेवरात को मुकीम काला ने महज 65 लाख में बेच दिया था। बाद में उसके हाथ में सिर्फ 7 लाख रुपये ही लगे।
नोएडा (ललित विजय)। उत्तर प्रदेश में ज्वेलरी शो रूम की सबसे बड़ी लूट का एक सच अब जाकर बाहर आया है।शातिर बदमाश मुकीम काला ने पूछताछ में खुलासा किया है कि सहारनपुर में तनिष्क के शोरूम से फरवरी 2015 में लूटे गए 12 करोड़ के जेवरात को मुकीम काला ने महज 65 लाख में बेच दिया था।
हरिद्वार से भी है कनेक्शन
लूटा गया 12 करोड़ का जेवरात हरिद्वार में दलाल के माध्यम से एक ज्वेलर्स को बेचा गया था, जिसने सारा माल गला दिया।
12 करोड़ की लूट में मिले महज 7 लाख
इस डील में मुकीम काला के हाथ महज सात लाख रुपये लगे थे। यह खुलासा खुद मुकीम काला ने किया। अब नोएडा एसटीएफ ज्वेलरी खरीदने वाले ज्वेलर और डील कराने वाले दलाल को पकड़ने का प्रयास कर रही है।
उमेश ने मिलवाया था
मुकीम और अनिल का हाथ अनिल दुजाना और मुकीम काला की दोस्ती इन दिनों दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद उमेश पंडित ने कराई थी। अनिल दुजाना गिरोह का सदस्य मेहताब काना करीब ढाई साल पहले तिहाड़ में बंद था।
वहां उसकी मुलाकात उमेश पंडित से हुई। उमेश ने ही अनिल और मुकीम गैंग को साथ मिलकर काम करने की सलाह दी, जिससे पश्चिमी उत्तर प्रदेश पर दोनों का एकछत्र राज हो सके। उमेश पंडित की सलाह को मुकीम और अनिल ने मान लिया। मेहताब काना के जेल से आने पर मुकीम काला और अनिल दुजाना साथ मिलकर काम करने लगे।
नोएडा के पीजी और ग्रेनो के गांवों में रहा मुकीम तनिष्क लूटकांड के बाद कई प्रदेशों की पुलिस मुकीम के पीछे लग गई थी। इस कठिन दौर में अनिल दुजाना गैंग ने उसका खुलकर साथ दिया।
अनिल दुजाना ने उसे नोएडा के एक पीजी में गलत पहचान के साथ करीब डेढ़ माह रखा। फिर अनिल दुजाना गैंग के प्रमुख सदस्य रणदीप भाटी के ग्रेटर नोएडा में रिठौरी गांव स्थित घर पर भी वह काफी दिनों रुका। इसके अलावा जुनपत और लोनी में भी रहा था।
पिता ने थमाया था सबसे पहले तमंचा
मुकीम काला को अपराध की दुनिया में लाने में उसके पिता मुस्तकीन का बहुत बड़ा हाथ है। मुस्तकीन कैराना,
शामली में तमंचे का धंधा करता था। उसी ने सबसे पहले मुकीम को तमंचा दिया था, जिससे उसने शामली में हत्या की थी।