दो दोस्तों की जोड़ी ने छह क्षुद्रगृहों की प्रारंभिक खोज की
राजधानी के दो छात्रों (युगम पुरी और देवांश अग्रवाल) ने छह क्षुद्रग्रहों की प्रारंभिक खोज की है।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली:
स्पेस इंडिया की ओर से करवाए गए अखिल भारतीय क्षुद्रग्रह खोज अभियान में राजधानी के दो छात्रों (युगम पुरी और देवांश अग्रवाल) ने छह क्षुद्रग्रहों की प्रारंभिक खोज की है। दोनों द्वारका सेक्टर-18 स्थित श्री वेंकटेश्वर इंटरनेशनल में कक्षा 10वीं के छात्र हैं। इन क्षुद्रगृहों पर नासा रिसर्च करेगा।
देवांश अग्रवाल के मुताबिक, उनको बचपन से ही विज्ञान और अंतरिक्ष की दुनिया जानने को लेकर उत्सुकता रहती थी। जैसे ही उन्हें इस प्रतियोगिता के बारे में पता चला, उन्होंने तभी इसमें भाग लेने का मन बना लिया था। उन्होंने बताया कि प्रतियोगिता में करीब 200 से ज्यादा टीमों ने हिस्सा लिया था। प्रत्येक स्कूल से एक टीम थी, जिसमें दो छात्र थे। उनके स्कूल से उन्होंने और उनके सहपाठी युगम ने इस प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था। करीब एक माह चली इस प्रतियोगिता के आखिरी खोजे गए क्षुद्रगृह का परिणाम शनिवार (11 जुलाई) को आएगा।
दोनों छात्रों ने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय स्कूल की प्रधानाचार्या नीता अरोड़ा, विद्यालय की स्पेस कॉर्डिनेटर वेनिका गुप्ता और स्पेस इंडिया को दिया है। पहले दी गई थी क्षुद्रग्रहों के बारे में जानकारी: युगम
वहीं, छात्र युगम के मुताबिक, उनको जब इस प्रतियोगिता के बारे में पता चला तो वो काफी उत्सुक थे। उन्होंने बताया कि इस प्रतियोगिता मे सभी प्रतिभागियों को पहले यूट्यूब पर लाइव स्ट्रीमिग के जरिए क्षुद्रगृहों के बारे में जानकारी दी गई थी। साथ ही इसे खोजने के लिए मेट्रिका सॉफ्टवेयर भी सिखाया गया था। प्रतियोगिता के दौरान उनकी टीम को हर 20 मिनट के अंतराल में अंतरिक्ष की दो से तीन तस्वीरें भेजी जाती थी, जिसमें से उन्हें क्षुद्रगृह खोजने होते थे। उन्होंने बताया कि अब तक उन्होंने और देवांश ने छह क्षुद्रगृहों की प्रारंभिक खोज की है।
कृष्टि खंडेलवाल को पेंटिग में मिला प्रथम पुरस्कार
स्पेस इंडिया की ओर से आयोजित ग्लोबल एस्ट्रोनॉमी माह 2020 के तहत फोटो खींचने, चित्रकला, कविता लेखन आदि प्रतियोगिताएं आयोजित कराई गई थी। इसमें छात्रों के साथ अभिभावकों ने भी हिस्सा लिया था। इस प्रतियोगिता में छात्रों का विषय चांद था। छात्रों ने चांद की पेंटिग बनाई। वहीं, अभिभावकों ने चांद पर कविता लिखी। इस प्रतियोगिता में छठीं कक्षा की छात्रा कृष्टि खंडेलवाल को प्रथम पुरस्कार मिला है। वहीं, विद्यालय के छात्र नेवन जैन की मां नीलिमा जैन को चांद पर कविता लिखने पर प्रथम पुरस्कार मिला है।