हड़ताल से थमे बसों के पहिये, लोगों को परेशानी
केंद्र सरकार की श्रम विरोधी नीतियों के विरोध और अपनी 12 सूत्री मांगों को लेकर कांग्रेस व वाम समर्थित ट्रेड यूनियनों ने एक दिवसीय भारत बंद का आह्वान किया है। दिल्ली-एनसीआर में इसका जबरदस्त असर दिखने लगा हैै। बसों-ऑटो का संचालन ठप है।
नई दिल्ली। केंद्र सरकार की श्रम विरोधी नीतियों के विरोध और अपनी 12 सूत्री मांगों को लेकर कांग्रेस व वाम समर्थित ट्रेड यूनियनों ने एक दिवसीय भारत बंद का आह्वान किया है। दिल्ली-एनसीआर में इसका जबरदस्त असर दिखने लगा हैै। बसों-ऑटो का संचालन ठप है। रोडवेज कर्मियों ने देररात से ही हड़ताल शुरू कर दी है।
दिल्ली की सड़कों पर नदारद ऑटो व टैक्सियां, हड़ताल से लोग बेहाल
हड़ताल में रेलवे को छोड़ केंद्र, राज्य व निजी क्षेत्र से संबंधित विभिन्न प्रतिष्ठानों के लाखों कर्मचारी शामिल हैं। हालांकि, भाजपा समर्थित बीएमएस इस हड़ताल में शामिल नहीं है। बंद को सफल बनाने के लिए बसों के टायर तक पंचर कर दिए गए हैं। इससे लोगों को परेशानी हो रही है।
तस्वीरें में देखें एनसीआर में हड़ताल का असर
फरीदाबाद, गुड़गांव, पलवल, सोनीपत समेत एनसीआर के जिलों में रोडवेज़ बसों की हड़ताल का आंशिक असर दिखाई देने लगा है। कुछ यूनियनें हड़ताल में शामिल हैं।
गुड़गांव रोडवेज डिपो के ट्रैफिक मेनेजर नवनीत बजाज के मुताबिक, सुरक्षा के लिहाज से जयपुर सिरसा और आगरा रूट पर बसों का संचालन नहीं किया जा रहा है।