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राष्ट्रवादियों के रहते लोकतंत्र को कोई खतरा नहीं: राम माधव

आपातकाल के दंश की जानकारी देने के लिए दिल्ली भाजपा युवा संवाद रैली का आयोजन किया। इस वर्चुअल रैली को पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि कुछ नेता व बुद्धिजीवी कह रहे हैं कि देश में आज मिनी इमरजेंसी जैसा माहौल है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 30 Jun 2020 08:17 PM (IST)Updated: Tue, 30 Jun 2020 08:17 PM (IST)
राष्ट्रवादियों के रहते लोकतंत्र को कोई खतरा नहीं: राम माधव
राष्ट्रवादियों के रहते लोकतंत्र को कोई खतरा नहीं: राम माधव

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : आपातकाल के दंश की जानकारी देने के लिए मंगलवार को दिल्ली भाजपा युवा संवाद रैली का आयोजन किया। इस वर्चुअल रैली को पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र को बचाने वाले राष्ट्रवादी आजादी का मूल्य समझते हैं, इसलिए आपातकाल का वह काला अध्याय अब दोहराया नहीं जा सकता है। आज देश सुरक्षित हाथों में है और लोकतंत्र को कोई खतरा नहीं है।

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उन्होंने सोशल मीडिया पर भ्रम फैलाने वालों पर तंज कसते हुए कहा कि इनमें से कई लोग देश पर आपातकाल थोपने के लिए जिम्मेदार हैं। राहुल गांधी का नाम लिए बगैर राम माधव ने कहा कि उन्हें यह बताना जरूरी है कि उनकी दादी ने किस तरह से लोकतंत्र की हत्या की थी। उन्होंने कहा कि देश की 60 फीसद आबादी का जन्म आपातकाल के बाद हुआ है। इन सभी लोगों को आपातकाल की जानकारी होनी चाहिए, क्योंकि इतिहास को भूलने वाले इतिहास की गलतियों की पुनरावृत्ति करते हैं। वर्तमान समय में लोकतंत्र के खतरे में होने की बात करने वालों में से कई लोग आपातकाल के दौर में चुप्पी साधे हुए थे। कम्युनिस्ट पार्टी तो देश पर आपातकाल थोपने वाली तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का यशोगान करने में व्यस्त थी।

राम माधव ने कहा कि आपातकाल के दौरान 1.30 लाख लोगों को जेल में डाल दिया गया था। देश को भ्रमित करने वालों को बताना चाहिए कि आज कितने लोग जेल में हैं? किस पार्टी के नेता को जेल में डाला गया है? उन्होंने कहा कि उस समय देश की सभी व्यवस्थाओं पर अंकुश लगा दिया गया था। मीडिया को भी आजादी नहीं थी। लोगों के मौलिक अधिकार समाप्त कर दिए गए थे। देश में भय का माहौल था। एक तरफ इंदिरा गांधी की तानाशाही और दूसरी तरफ संजय गांधी का अत्याचार था। लोगों की जबरन नसबंदी की गई। उस समय जय प्रकाश नारायण के नेतृत्व में राष्ट्रवादी आपातकाल के खिलाफ खड़े हुए थे। उनके संघर्ष की वजह से पिछले 45 वर्षों से देशवासी लोकतंत्र का आनंद ले रहे हैं। वर्चुअल रैली में प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता, प्रभारी श्याम जाजू, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन सहित अन्य नेता मौजूद थे।


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