हड़ताल पर बनते-बनते बिगड़ी बात
दैनिक वेतनभोगी करुणामूलक और एवजीदार (दूसरे के स्थान पर कार्यरत) कर्मचारियों को स्थायी करने संबंधी चार प्रस्ताव एक दिन पहले सदन की विशेष बैठक में पास किए गए थे। इसके साथ बोनस के भुगतान का भी प्रस्ताव पारित किया गया था। इसके बाद उम्मीद थी कि हड़ताल पर बैठे सफाई कर्मचारियों की यूनियनों के साथ बातचीत से समाधान निकल जाएगा। लेकिन ऐसा नहीं हो सका। मंगलवार को महापौर निर्मल जैन ने यूनियनों के साथ बैठक बुलाई। इसमें आयुक्त डॉ. दिलराज कौर भी पहुंचीं। डॉ. दिलराज कौर ने 2006 के सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश का हवाला दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों को नियमित करने में हाथ खड़े कर दिए।
जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली :
दैनिक वेतनभोगी, करुणामूलक और एवजीदार (दूसरे के स्थान पर कार्यरत) कर्मचारियों को स्थायी करने संबंधी चार प्रस्ताव एक दिन पहले सदन की विशेष बैठक में पास किए गए थे। इसके साथ बोनस के भुगतान का भी प्रस्ताव पारित किया गया था। इसके बाद उम्मीद थी कि हड़ताल पर बैठे सफाई कर्मचारियों की यूनियनों के साथ बातचीत से समाधान निकल जाएगा। लेकिन ऐसा नहीं हो सका। मंगलवार को महापौर निर्मल जैन ने यूनियनों के साथ बैठक बुलाई। इसमें आयुक्त डॉ. दिलराज कौर भी पहुंचीं। डॉ. दिलराज कौर ने 2006 के सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश का हवाला दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों को नियमित करने में हाथ खड़े कर दिए। हालांकि, करुणामूलक आधार पर नियुक्ति अस्थायी कर्मचारियों को पक्का करने और बोनस देने पर सहमति जताई। लेकिन यूनियन के सदस्य बैठक से बाहर चले गए।
एमसीडी स्वच्छता कर्मचारी यूनियन के संस्थापक आरबी ऊंटवाल और ऑल म्यूनिसिपल कारपोरेशन सैनिटेशन सुपरवाइजर्स यूनियन के अध्यक्ष मुकेश कुमार वैद्य ने बताया कि बैठक में नौ यूनियनों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। सभी ने एकमत से बहिष्कार का फैसला किया। अब बुधवार को पटपड़गंज स्थित मुख्यालय का घेराव किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अस्थायी कर्मचारियों को स्थायी करना हमारी मुख्य मांग है। हम लोग इस पर अडिग हैं। उन्होंने कहा कि मौजूदा स्थिति के लिए नगर निगम प्रशासन, दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार की नीतियां जिम्मेदार हैं। सफाई कर्मचारियों के लिए आए फंड का प्रयोग दूसरी जगह पर किया जाता है। हालांकि, महापौर निर्मल जैन ने कहा कि हम लोग कानूनी पहलू का आंकलन कर रहे हैं। कर्मचारियों के लिए हम लोग जो भी संभव होगा, उसे करेंगे। उन्होंने उम्मीद जताई कि आगामी बैठकों में हड़ताल का हल निकल जाएगा।
यमुनापार में हर तरफ फैल रही गंदगी पिछले 15 दिनों से सफाई कर्मचारियों की हड़ताल की वजह से यमुनापार में हर तरफ गंदगी फैली हुई है। वार्डो में सफाई नहीं हो रही है। कूड़ा उठना बंद हो गया है। इसकी वजह से सड़कों पर कूड़ा फैलना शुरू हो गया है। डलावघर भरे हुए हैं। लोग इससे काफी परेशान हो रहे हैं। प्रीत विहार, आइपी एक्सटेंशन, गुरु अंगद नगर, खुरेजी, गीता कालोनी, मंडावली, न्यू राजधानी एंक्लेव, सादतपुर, शेरपुर चौक, शिव विहार आदि इलाकों में काफी गंदगी पसरी हुई है।