अभी भी वन विभाग की पहुंच से दूर है तेंदुआ
जागरण संवाददाता पश्चिमी दिल्ली एक माह बाद भी नजफगढ़ इलाके में तेंदुआ को पकड़ने में वन
जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली : एक माह बाद भी नजफगढ़ इलाके में तेंदुआ को पकड़ने में वन विभाग कामयाब नहीं हो पाया है। भोजन की तलाश में रात में तेंदुआ बाहर निकलता है और कुत्तों को अपना शिकार बना रहा है। सोमवार और मंगलवार की रात तेंदुआ कैर बस डिपो के पीछे घूमता देखा गया। यहां पर कुत्तों की हड्डियां देखी गर्इं। ग्रामीण बताते हैं कि यह तेंदुआ हर रात किसी न किसी गांव के कुत्तों को पकड़ कर मार रहा है। वहीं, वन विभाग के अधिकारी देवेंद्र यादव का कहना है कि तेंदुआ को अभी तक पकड़ा नहीं जा सका है। दैनिक जागरण से बातचीत में नजफगढ़ प्रखंड के प्रधान रहे कैर गांव निवासी चौधरी अमर सिंह कहते हैं कि तेंदुए के खौफ से बच्चे और बुजुर्ग सबसे ज्यादा परेशान हैं। उन्होंने कहा कि वन विभाग इस तेंदुए को पकड़ नहीं सकता तो इसे मार देना चाहिए। हालांकि, यह तेंदुआ नजफगढ़ के शहर से गांवों की ओर जा चुका है। शहरी क्षेत्र में दोबारा वापसी की संभावना इसलिए भी नहीं है क्योंकि उसे दिन में रहने के लिए मित्राऊं का जंगल मिल चुका है और रात में कुत्तों को शिकार कर रहा है। चूंकि, अभी तक स्थानीय विधायक व परिवहन मंत्री एडवोकेट कैलाश गहलोत द्वारा कार्रवाई करने के निर्देश का वन विभाग के अधिकारियों पर असर नहीं हो रहा है और इससे शहरी क्षेत्र के लोग परेशान हैं। इस बाबत नजफगढ़ निवासी व कृषि उपज मंडी समिति नजफगढ़ के सदस्य हरेंद्र सिघल ने तीन दिन पहले 19 फरवरी को मुख्यमंत्री के नाम पत्र लिखा है जिसमें तेंदुआ को पकड़ने की अपील की गई है।