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त्योहारों पर चीनी उत्पादों की चौधराहट खत्म करेगा संघ

त्योहारों पर चीन के उत्पादों की चौधराहट खत्म करने खुद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ मैदान में उतरा है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 14 Jul 2020 09:30 PM (IST)Updated: Tue, 14 Jul 2020 09:30 PM (IST)
त्योहारों पर चीनी उत्पादों की चौधराहट खत्म करेगा संघ
त्योहारों पर चीनी उत्पादों की चौधराहट खत्म करेगा संघ

नेमिष हेमंत, नई दिल्ली :

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त्योहारों पर चीन के उत्पादों की चौधराहट खत्म करने खुद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ मैदान में उतरा है। गली-मोहल्ले में कुटीर उद्योगों को बढ़ावा देते हुए दीपावली-होली समेत सभी त्योहारों पर प्रयोग होने वाले देसी उत्पाद तैयार करने की तैयारी है।

इन उत्पादों को संघ परिवार में सहर्ष उपयोग के साथ इसके लिए बाजार भी उपलब्ध कराया जाएगा, जिससे कि यह घर-घर में जगह बना सकें। इसके माध्यम से लोकल के लिए वोकल अभियान को भी धार मिलेगी। लोकल सामान तैयार होगा तो स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा। इसके लिए व्यापक योजना पर काम चल रहा है। रक्षाबंधन के त्योहार पर इसकी आधारशिला रख दी गई है। संघ के आनुषांगिक संगठन विश्व हिदू परिषद (विहिप) व सेवा भारती द्वारा दिल्ली के गली-मोहल्ले में राखी व मॉस्क के साथ उपहार के सामानों को बनवाना शुरू कर दिया गया है। इसके बाद दीपावली और छठ त्योहार के सामानों का नंबर आएगा। शुरुआत करते हुए विहिप ने राष्ट्रीय राजधानी में अकेले एक लाख से अधिक राखियों के निर्माण का लक्ष्य रखा है। इसके लिए विहिप की दुर्गा वाहिनी व मातृ संगठन से जुड़ी 150 से अधिक युवतियां व महिलाएं स्वदेशी प्यार की डोर को आगे बढ़ाने में जुटी है। इनकी तैयार कुछ राखियों को रक्षाबंधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व भाजपा अध्यक्ष अमित शाह भी बांधेंगे।

विहिप दिल्ली के कार्याध्यक्ष वागीस इस्सर ने कहा कि स्वालंबी अभियान शुरू किया गया है, जिसमें कम कीमत पर गुणवत्तापूर्ण उत्पाद का लक्ष्य रखा गया है। यह रक्षाबंधन से शुरू होकर आगे भी जाएगा। इसमें दीपावली के दीये, बंदनवार, सजावटी सामान, उपहार, छठ की पूजा सामग्री समेत अन्य उत्पाद तैयार कराए जाएंगे। इसे लेकर अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है। किसान संघ व विद्या भारती समेत संघ के अन्य आनुषांगिक संगठनों से राखियों के आर्डर भी मिलने लगे हैं। यहीं नहीं कुछ दुकानदारों ने भी इनको खरीदने में दिलचस्पी दिखाई है। इससे न सिर्फ स्थानीय स्तर पर लोगों को रोजगार मिलेगा, बल्कि स्वदेशी उत्पादों को भी बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने बताया कि दिल्ली में 280 प्रखंडों में इसपर काम शुरू हो गया है। इन राखियों पर स्वदेशी अपनाने और चीनी उत्पादों के बहिष्कार का भी संदेश उकेरा जा रहा है तथा इसे कोरोना मुक्त रखने की पूरी व्यवस्था की गई है।

सेवा भारती दिल्ली के प्रचार प्रमुख भूपेंद्र ने बताया कि सेवा बस्तियों में राखियों के साथ ही मास्क और उपहार के सामानों का काम बड़े स्तर पर चल रहा है। अभी तक पांच हजार राखियां तैयार हा गई है। इसके अलावा पापड़, बरी और अन्य सामान भी तैयार कराए जा रहे है।


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