तीन माह में दूसरी बार धराया 'सुपर चोर'
जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली : शेवरले क्रूज कार में किसी को देखकर आप चोर होने का अंदाज
जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली : शेवरले क्रूज कार में किसी को देखकर आप चोर होने का अंदाजा नहीं लगा सकते, लेकिन पुलिस ने एक ऐसे चोर को पकड़ा है, जो महंगी कारों से आकर ही वारदात करता था। तीन महीने पहले वह दक्षिणी जिला पुलिस के हत्थे चढ़ा था। जमानत पर बाहर आया तो पूर्वी जिले में वारदात करने लगा, लेकिन मधु विहार पुलिस की विशेष टीम ने उसे धर-दबोचा। उसकी पहचान सिद्धार्थ मेहरोत्रा (27) के रूप में हुई है। उसके पास से पुलिस ने शेवरले क्रूज कार, 90 हजार रुपये का आइफोन, लाखों रुपये के गहने और 44 हजार रुपये नकद बरामद किए हैं। पूछताछ में पता चला कि उसने दक्षिणी दिल्ली में ज्यादातर नेताओं, नौकरशाहों, जजों और सरकारी अफसरों के मकान को निशाना बनाया था।
पुलिस उपायुक्त ओमवीर ¨सह ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में मधु विहार इलाके में चोरी की घटनाएं बढ़ गई थीं। इसमें एक वारदात में पुलिस को सीसीटीवी फुटेज मिला। इसमें चोर महंगी कार से आता हुआ दिखा। आरोपी की पहचान सिद्धार्थ मेहरोत्रा के रूप में की गई। उसकी गिरफ्तारी के लिए एसीपी आनंद कुमार मिश्रा की देखरेख में थानाप्रभारी विक्रमजीत ¨सह, एसआइ आनंद प्रताप के साथ जगतपुरी थाने के तेजतर्रार हेड कांस्टेबल प्रवीण यादव की टीम गठित की गई। इसी दौरान गुप्त सूचना के आधार पर आरोपी को मैक्स अस्पताल के पास शेवरले क्रूज कार के साथ दबोच लिया गया। पूछताछ में पता चला कि अगस्त में गिरफ्तारी के बाद सितंबर में उसे जमानत मिल गई थी। इसके बाद फिर वारदात करने में जुट गया।
चोरी के गहनों पर उठाता था लोन
सिद्धार्थ चोरी के गहनों को फाइनेंस करने वाले बैंकों में गिरवी रखकर लोन उठा लेता था। इसके बाद इन पैसों से वह अय्याशी करता था। पुलिस की मानें तो वह पत्नी को घुमाने के अलावा अपने दोस्तों को तीन बार मुंबई, एक बार लेह-लद्दाख और एक बार मनाली घुमाने ले गया। उसे महंगे कपड़े पहनने और महंगी कार व मोटरसाइकिलों का शौक है। फिलहाल वह शक्ति खंड-4, इंदिरापुरम, गाजियाबाद में किराये के मकान में रहता था।
अब तक कर चुका है 28 वारदात
जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि सिद्धार्थ इससे पूर्व 2013 में अशोक विहार व मयूर विहार में चोरी की चार और 2015 में नोएडा में चोरी की सात वारदात में शामिल रहा है। वसंतकुंज में वह 18 वारदात में शामिल रहा था। इस तरह वह अब तक कुल 28 वारदात कर चुका है। चोरी की बुरी आदत के कारण परिवार ने सिद्धार्थ को घर से बेदखल कर दिया था। उसके पिता अशोक मेहरोत्रा सरकारी बैंक में डीजीएम के पद से सेवानिवृत्त हो चुके हैं। आरोपी ने खुद एनिमेशन का डिप्लोमा किया है।