डॉक्टर की सलाह पर होम आइसालेशन में रह सकते हैं बुजुर्ग व मधुमेह पीड़ित
-- स्वास्थ्य विभाग ने होम आइसोलेशन के लिए जारी किया नया आदेश - तीन दिन खांसी-बुखार नहीं आया
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने होम आइसोलेशन को लेकर दिशा-निर्देश जारी किया है। इसके तहत यदि डॉक्टर सलाह दें तो बुजुर्ग व पुरानी बीमारियों से पीड़ित हल्के लक्षण वाले कोरोना संक्रमित मरीजों को होम आइसोलेशन में रखा जा सकता है। घर में मरीज की देखभाल के लिए किसी का होना आवश्यक है। यदि डॉक्टर सलाह नहीं देते हैं तो ऐसे मरीजों को होम आइसोलेशन में नहीं रखा जाएगा।
पिछले दिनों यह प्रावधान किया गया था कि बुजुर्गो, मधुमेह, ब्लड प्रेशर, किडनी, लिवर, दिल, फेफडे़ इत्यादि की पुरानी बीमारियों से पीड़ित लोगों को होम आइसोलेशन में नहीं रखा जा सकता है, लेकिन इस नियम में एक बार फिर बदलाव कर होम आइसोलेशन में रहने की छूट दे दी गई है। शर्त यह है कि ऐसे मरीजों का इलाज करने वाले डॉक्टर को पर्ची पर यह सलाह देनी होगी कि मरीज की पुरानी बीमारिया नियंत्रित हैं। इस वजह से उसे घर में रखा सकता है।
इसके अलावा पहले 17 दिन होम आइसोलेशन में रखने का प्रावधान था। अब यदि मरीज एक सप्ताह में ठीक हो जाता है और उसे तीन दिन से बुखार, खासी या कोई परेशानी नहीं है तो उसे 10वें दिन स्वस्थ घोषित कर दिया जाएगा। हालांकि इसके बाद भी मरीज को सात दिन के लिए होम आइसोलेशन में रहना होगा और खुद ही अपने स्वास्थ्य की देखभाल करनी होगी। साथ ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा उपलब्ध कराए गए ऑक्सी मीटर से मरीज को शरीर में ऑक्सीजन स्तर की नियमित जाच करनी होगी। दोबारा परेशानी होने पर उन्हें स्वास्थ्य विभाग को तुरंत जानकारी देनी होगी। मरीज यदि 17 दिन तक पूरी तरह स्वस्थ रहता है तो वह 18वें दिन से अपने कामकाज पर जा सकता है।