सभापुर गांव में कैंसर फैला रहीं जींस रंगाई की फैक्ट्रियां
शुजाउद्दीन, पूर्वी दिल्ली करावल नगर विधानसभा क्षेत्र के सभापुर गांव में जींस रंगाई की अवैध फैि
शुजाउद्दीन, पूर्वी दिल्ली
करावल नगर विधानसभा क्षेत्र के सभापुर गांव में जींस रंगाई की अवैध फैक्ट्रियां जानलेवा साबित होने लगी हैं। ग्रामीणों के अनुसार, यहां 33 अवैध फैक्ट्रियां हैं, जिनसे निकलने वाला केमिकलयुक्त न सिर्फ नालियों से लेकर खेतों तक फैलता है, बल्कि भूमिगत जल को भी दूषित कर रहा है। इसी पानी का उपयोग कर लोग कैंसर जैसी बीमारी की चपेट में आने लगे हैं। गांव के 10 से अधिक लोग कैंसर से पीड़ित हैं, जबकि दो माह पहले इसी बीमारी से 23 वर्षीय कुलदीप की मौत भी हो चुकी है। गांव और परिवार के लोग इसके लिए इन अवैध फैक्ट्रियों को ही जिम्मेदार मान रहे हैं।
सांसद मनोज तिवारी ने आदर्श ग्राम योजना के तहत सभापुर को गोद लिया है। इसलिए ग्रामीणों ने इन फैक्ट्रियों को बंद करवाने के लिए उनसे शिकायत की। साथ ही नगर निगम, पुलिस और जिला प्रशासन तक के पास भी गुहार लगाई, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। हालांकि, निगम के एक अधिकारी भी यह मानते हैं कि सभापुर गांव में 15, चौहान पट्टी में दो और सोनिया विहार पहले पुस्ते पर तीन जगह जींस रंगाई की फैक्ट्रियां चल रही हैं। --
बाल मजदूरी कराने से भी गुरेज नहीं
इन फैक्ट्रियों में 24 घंटे जींस रंगाई का काम चलता है और महिला, पुरुष तो क्या, बच्चे तक को इस काम में लगाया गया है। अधिकतर कर्मचारी बिहार के हैं, जो रंगाई के समय वे न तो दस्ताने पहनते हैं और न ही मास्क, जो हानिकारक साबित हो सकता है। वहीं, फैक्ट्रियों का केमिकलयुक्त पानी गांव की नालियों में भी आसानी से देखा जा सकता है।
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तालाब व खेतों में गिरता है पानी, दम तोड़ रहे पशु
फैक्ट्रियों से निकलने वाला दूषित पानी खेतों में न सिर्फ मिट्टी व सब्जियों को नुकसान पहुंचा रहा है, बल्कि इन सब्जियों के जरिये आम लोगों में भी बीमारी परोस रहा है। यह पानी नालियों के जरिये गांव के तालाब में भी पहुंचता है और वही पानी पीकर पशु भी दम तोड़ रहे हैं।
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मिलीभगत ऐसी कि कार्रवाई से पहले ही भाग जाते हैं कर्मी
नगर निगम ने 2012 में करावल नगर में जींस रंगाई की फैक्ट्रियों को सील किया था। वही फैक्ट्रियां सभापुर व आसपास के गांवों में खोल ली गईं। मिलीभगत का आलम देखिए कि यदाकदा कभी कार्रवाई के लिए टीम पहुंचती है तो उससे पहले ही कर्मियों को भगा दिया जाता है। शिव विहार में कैंसर की चल रही सीबीआइ जांच
पिछले वर्ष जून में शिव विहार में जींस रंगाई की फैक्ट्रियों के कारण कैंसर का मामला सामने आया था। यहां जो लोग कैंसर पीड़ित हैं, वे इन फैक्ट्रियों के आसपास ही रहते हैं। विधायक जगदीश प्रधान ने इस मसले को विधानसभा में उठाया था। वहीं, कोर्ट ने सीबीआइ को जांच सौंपी थी। हालांकि, यह अब तक स्पष्ट नहीं हो पाया है कि जींस रंगाई के कारण ही शिव विहार में कैंसर का प्रकोप है।
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आप भी जानिये, ऐसी फैक्ट्रियों से कैसे बढ़ रहे कैंसर के मामले
वसुंधरा के धर्मशीला कैंसर अस्पताल एंड रिसर्च सेंटर के निदेशक डॉ. अंशुमान ने बताया कि ऐसी फैक्ट्रियों में मशीनों से रंगाई नहीं होती है, बल्कि कर्मचारी पहले कपड़े को नील में डूबाते हैं, फिर मशीन की मदद से सुखाते हैं। रंगाई में एनिलिन और बेंजीन डाई होती है और दोनों से कैंसर होता है। रंगाई से त्वचा, किडनी, पेशाब की थैली में कैंसर होता है। अगर रंगाई का प्रदूषित पानी खेतों में डाला जाता है तो सब्जियां व अन्य फसलों में भी जहरीले तत्व जाते हैं। ये सब्जियां खाकर भी लोग कैंसर के शिकार हो सकते हैं।
........ मेरी कमर पर एक छोटा सा दाना निकला था। जांच कराने पर पता चला कि यह कैंसर का लक्षण है। गांव में जींस रंगाई की कई फैक्ट्रियां है। कैंसर पीड़ित को कितनी परेशानी होती है, इसका अंदाजा एक स्वस्थ व्यक्ति कभी नहीं लगा सकता।
-मुन्नी देवी, कैंसर पीड़ित, सभापुर गांव
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जींस रंगाई की अवैध फैक्ट्रियों के खिलाफ निगम आयुक्त, उपायुक्त, जिलाधिकारी, जिला पुलिस उपायुक्त, सांसद को लिखित में शिकायत दी हुई है। अधिकरी दंबगों से डरते हैं और जनप्रतिनिधियों को लोगों के स्वास्थ्य की कोई ¨चता ही नहीं है।
सुनील कुमार, अध्यक्ष, आरडब्ल्यूए, सभापुर गांव
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जींस रंगाई की अवैध फैक्ट्रियां लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल रही हैं। भू-जल प्रदूषित हो रहा है और इसे पीकर लोग विभिन्न प्रकार की बीमारियों से पीड़ित हो रहे हैं। फिर भी किसी को समाधान की सुध नहीं है।
-सर्वेश पंडित, स्थानीय निवासी, गांव सभापुर
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इस मामले में निगम के जोन चेयरमैन प्रमोद गुप्ता से चार दिनों के अंदर रिपोर्ट मांगी गई है। रिपोर्ट आने के बाद सख्त कार्रवाई की जाएगी। जो भी दोषी होगा, उसे किसी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। आम लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
-मनोज तिवारी, सांसद, उत्तरी पूर्वी दिल्ली
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फैक्ट्रियों को कई बार सील किया जा चुका है। लोगों से शिकायत मिलने के बाद नगर निगम ने सी¨लग के लिए फिर दो बार तैयारी की, लेकिन पुलिस बल नहीं मिला। आने वाले कुछ ही दिनों में यहां की सभी फैक्ट्रियों को सील कर दिया जाएगा।
-दीपक ¨शदे, निगम उपायुक्त, शाहदरा उत्तरी जोन
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