आरएमएल के रेजिडेंट डॉक्टर का कमरे में पंखे से लटकता मिला शव
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : राम मनोहर लोहिया (आरएमएल) अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टर सिद्धाथ
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली :
राम मनोहर लोहिया (आरएमएल) अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टर सिद्धार्थ शंकर महापात्रा का शव सोमवार को उनके कमरे में पंखे से लटकता मिला।
पुलिस को कमरे से सुसाइड नोट नहीं मिला है। प्रथम दृष्टया पुलिस इसे खुदकशी मान रही है। पुलिस के अनुसार, तनाव के कारण रेजिडेंट डॉक्टर ने खुदकशी की है। हालांकि, उनके कमरे में बिस्तर पर मिली सि¨रज व दवा की शीशी से कुछ सवाल खड़े हो रहे हैं।
सिद्धार्थ मूलरूप से ओडिशा के रहने वाले थे और आरएमएल में एनेस्थीसिया में पोस्ट ग्रेजुएट कर रहे थे। 17 मई को ही उन्होंने रेजिडेंट डॉक्टर के तौर पर आरएमएल में ज्वाइन किया था। वह दो साथी डॉक्टरों के साथ ओल्ड राजेंद्र नगर में किराये पर रह रहे थे। एक साथी डॉक्टर झारखंड गए हैं, जबकि दूसरे नाइट डयूटी पर थे। सोमवार सुबह ड्यूटी से वापस आने पर उन्होंने सिद्धार्थ को कमरे में पंखे से लटका पाया। डीसीपी मनदीप सिंह रंधावा का कहना है कि परिजन के आने के बाद शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा। पोस्टमार्टम से ही साफ हो सकेगा कि सिद्धार्थ को कोई इंजेक्शन दिया गया था या नहीं। पुलिस हर पहलू पर जांच कर रही है। सिद्धार्थ के दोस्तों का कहना है कि वह तनाव के कारण सही तरीके से काम नहीं कर पा रहे थे। आरएमएल की प्रवक्ता स्मृति तिवारी ने कहा कि सिद्धार्थ ने हाल ही में प्रोटोकॉल थीसिस में हिस्सा लिया था, जिसमें उन्होंने अच्छा काम किया था। उन पर काम का कोई दबाव था, इसकी जानकारी नहीं है।
मां की गोद में सोना चाहता हूं
पुलिस को कमरे से एक पत्र मिला है जिसमें सिद्धार्थ ने लिखा है, मैं एक चिड़िया की तरह जीना चाहता हूं और पूरी दुनिया में घूमकर प्रकृति की सुंदरता को देखना चाहता हूं। मैं अपनी मां की गोद में सोना चाहता हूं। मुझे जेल जैसी जिंदगी और दीवारों से घृणा है। मैं आजाद होना चाहता हूं।