दो साल से पत्नी से संबंध थे खराब
दिल्ली सचिवालय में खुद को गोली मारने वाले दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल सोहनवीर की अपनी पत्नी से करीब दो सालों से संबंध खराब चल रहे थे। वह चाहते थे कि ससुराल पक्ष के लोग उनकी पत्नी को समझाएं और सही रास्ते पर लेकर आएं लेकिन उन्होंने सोहनवीर को गलत ठहराना शुरू कर दिया था। नौबत यहां तक आ पहुंची कि बृहस्पतिवार को ससुराल पक्ष ने घर पर आकर उन पर हमला कर दिया। सोहनवीर के भतीजे उत्तम ने बताया कि दोनों पक्षों की तरफ से खजूरी थाने में शिकायत दी गई। लेकिन यहां की पुलिस ने उनके चाचा का साथ नहीं दिया। पुलिस ने दूसरे पक्ष को थोड़ी देर में ही छोड़ दिया जबकि उनके चाचा को आठ घंटे तक थाने में बिठाए रखा। इस आरोप पर पुलिस अधिकारियों ने मामले की जांच की बात कही है।
जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली : दिल्ली सचिवालय परिसर में खुद को गोली मारने वाले हेड कांस्टेबल सोहनवीर के संबंध पत्नी से करीब दो साल से खराब चल रहे थे। वह चाहते थे कि ससुराल के लोग उनकी पत्नी को समझाएं और सही रास्ते पर लेकर आएं, लेकिन उन्होंने सोहनवीर को गलत ठहराना शुरू कर दिया था। सोहनवीर के भतीजे उत्तम ने बताया कि दोनों पक्षों की तरफ से खजूरी खास थाने में शिकायत दी गई, लेकिन यहां की पुलिस ने चाचा का साथ नहीं दिया। पुलिस ने दूसरे पक्ष को थोड़ी देर में ही छोड़ दिया, जबकि उनके चाचा को आठ घंटे तक थाने में बिठाए रखा। इस आरोप पर पुलिस अधिकारियों ने मामले की जांच की बात कही है।
उत्तम ने बताया कि पिटाई के बाद सोहनवीर ने गुरुवार रात करीब 12 बजे उन्हें फोन किया था। दिनभर के घटनाक्रम पर उन्होंने गुस्सा और हताशा का इजहार किया। उन्होंने उत्तम को पढ़ाई पर ध्यान देने और ठीक से रहने के लिए कहा। इस पर उन्हें लगा कि वह काफी उदास हैं। उन्होंने चाचा से कहा कि वह कोई गलत कदम न उठाएं, सुबह मिलने का वादा भी लिया, लेकिन सुबह उनकी मौत की खबर मिली। उत्तम ने बताया कि दादा-दादी की मौत काफी साल पहले हो गई थी। उनके पिता मांगेराम ने चाचा को बेटे की तरह पाला था। चाचा के आठ और पांच साल के दो बेटे हैं, लेकिन इन दोनों से ज्यादा प्यार वह उत्तम से करते थे। इसी वजह से उन्हें अपने साथ रखते थे। उत्तम कहते हैं कि चाची चाचा की बात बिल्कुल भी नहीं सुनती थीं। गुरुवार को उनके ससुर चमन मारपीट करने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस की वर्दी में पहुंचे थे। चाचा का गला दबाकर जान से मारने की कोशिश भी की गई। वहीं, शुक्रवार देर शाम सोहनवीर का शव लेकर उत्तम और अन्य परिजन उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के लिए रवाना हो गए। दोस्त को वाट्सएप पर भेजा था संदेश
सोहनवीर ने अपने दोस्त विकास को वाट्सएप पर एक संदेश भेजा था। इसमें उन्होंने कहा कि उनकी बुलेट मोटरसाइकिल भतीजे उत्तम को दे देना। दोस्त जय¨सह, सुमित, अनुज, गौरव से माफी की बात लिखी। उन्होंने बड़े भाई मांगेराम से भी सेवा न कर पाने के लिए माफी मांगी।