जीने की नई राह दिखाता युवा कलाकारों का अंतर्दर्शन
फोटो संख्या : 22 डीईएल 301, 302 -नेशनल इंस्टीटयूट ऑफ फाइन आर्ट (नीफा) द्वारा अंतर्दर्शन पेंटिं
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली :
इनकी निगाह दुनिया को एक अलग नजरिये से देखती है। ये बेलौस है, बेखौफ अपनी राह न केवल चुनते हैं बल्कि उसी पर चलते हैं। किसी की परवाह नहीं, किसी की चिंता नहीं। बस अपनी धुन में रमी। लेकिन, क्या वाकई ऐसा है? एक युवा देश को कैसे, किस तरह और किस दृष्टिकोण से देखता है। जिंदगी की भागदौड़ के बीच युवा जिंदगी जीने के लिए किस हुनर का इस्तेमाल करता है। आखिर उसके मन में क्या चल रहा है। जोशीले, गर्वीले एवं ऊर्जा से भरपूर युवा कलाकारों को यदि जानना एवं समझना चाहते हैं तो नेशनल इंस्टीटयूट ऑफ फाइन आर्ट (नीफा) द्वारा रफी मार्ग स्थित ऑल इंडिया फाइन आर्ट एंड क्राफ्ट सोसायटी में आयोजित अंतर्दर्शन प्रदर्शनी देखने जरूर जाएं।
40 से अधिक युवा कलाकारों
ने लिया भाग
नीफा की निदेशक रेणु खेरा कहती हैं कि इस प्रदर्शनी में 40 युवा कलाकारों ने भाग लिया है। ये कलाकृतियां ऑयल ऑन कैनवास, एक्रेलिक, चारकोल, सूखी पत्तियों एवं मिक्स चीजों से बनाई गई हैं। अंतर्दर्शन का मतलब आत्मनिरीक्षण, आत्म अवलोकन या आत्म खोज है। इसी भाव के अनुरूप ही कलाकारों ने अपने मन के भाव कैनवास पर उतारा है। 27 मई तक चलने वाली इस प्रदर्शनी का उद्घाटन आईफैक्स के अध्यक्ष प्रो. बमन बी दास ने किया। उन्होंने कहा कि युवा छात्र कलाकारों का काम देखना अद्भुत अनुभव है।
वहीं युवा कलाकार निकिता सिंह ने कहा कि मेरी पेंटिंग आध्यात्मिकता के विषय पर है। जिसमें ज्ञान, आनंद और आतरिक शक्ति के प्रतीक के रूप में हाथियों का उपयोग किया है। मेरे तीनों ही चित्रों में दर्शकों को शाति व सद्भावना का अहसास होगा। एक अन्य कलाकार सोनिया ने बताया, आग, पृथ्वी, जल, आकाश, वायु; प्रकृति के बुनियादी पाच तत्व हैं जो सामूहिक रूप से हमारे दिमाग, शरीर और आत्मा से जुड़े होते हैं। हमारी मौलिक शक्तिया इन पाच तत्वों पर आधारित हैं, जिन्हें पंच महाभारत कहा जाता है। मेरी पेंटिंग इन तत्वों पर आधारित हैं। आयोजन--अंतर्दर्शन
स्थल--ऑल इंडिया फाइन आर्ट एंड क्राफ्ट सोसायटी।
समय--21 से 27 मई तक। सुबह 11 बजे से शाम 7 बजे तक।
प्रवेश--निशुल्क।
नजदीकी मेट्रो--मंडी हाउस।