मास्टर प्लान-2041 में जनता की भी होगी भागीदारी
मास्टर प्लान 2041 कुछ अधिकारियों द्वारा एसी कमरों में बैठकर नहीं बनाया जाएगा।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली:
मास्टर प्लान-2041 कुछ अधिकारियों द्वारा एसी कमरों में बैठकर नहीं बनाया जाएगा, जनता की भी इसमें पूरी भागीदारी रहेगी। दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) ने इस दिशा में प्रयास भी तेज कर दिए हैं। डीडीए ने मास्टर प्लान-2041 के प्रारूप पर दिल्ली की तमाम प्रमुख आरडब्ल्यूए व समाज सेवी संगठनों से सुझाव मांगे हैं। सभी को बाकायदा एक फार्म दिया गया है। इसी में उन्हें अपने सुझाव लिखकर डीडीए को देने होंगे।
मास्टर प्लान-2041 पर डीडीए और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ अर्बन अफेयर (एनआइयूए) मिलकर काम कर रहे हैं। इसी दिशा में अब सभी आरडब्ल्यूए व अन्य संगठनों से पांच-पांच सुझाव मांगे गए हैं। इन पांच सुझावों में सभी को अपनी-अपनी प्राथमिकताएं लिखकर देनी होंगी। मसलन, सबसे पहले स्थान पर वह सुझाव जिसे आप सबसे पहले दिल्ली में बदलाव या नए कार्य के रूप में देखना चाहते हैं। इसके लिए गूगल की मदद से एक फार्म तैयार कर सभी प्रमुख संगठनों को भेज दिया गया है। दिल्ली का ड्रोन से किया जा रहा सर्वे
मास्टर प्लान-2041 के लिए पूरी दिल्ली का ड्रोन से भी सर्वे किया जा रहा है। इस सर्वे के जरिये पूरी दिल्ली की वीडियो और फोटो तैयार की जा रही हैं। सर्वे के बाद दिल्ली की हर सड़क, गली-मोहल्ले का पैदल सर्वे किया जाएगा। इसमें डीडीए के साथ-साथ अन्य स्थानीय निकायों की भी सहायता ली जाएगी। इससे दिल्ली में भू उपयोग (लैंड यूज) को लेकर डीडीए समेत अन्य निकायों के पास सटीक जानकारी होगी। चार चरणों में पूरा होगा प्लान
अधिकारियों ने बताया कि मास्टर प्लान-2041 चार चरणों में पूरा किया जाएगा। पहले चरण में डाटा तैयार किया जाएगा। दूसरे चरण में डाटा आधारित कार्यक्रम तैयार होंगे। तीसरे चरण में इससे संबंधित सभी योजनाओं को धरातल पर लाया जाएगा और चौथे चरण में इसको लागू किया जाएगा।