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Zafarul Islam Khan: मीडिया के सामने आए विवादित पोस्ट करने वाले जफरूल, कहा- मैं AAP का सदस्य नहीं

Zafarul Islam Khan जफरुल इस्लाम खान ने इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर पोस्ट को तोड़-मरोड़ कर पेश करने और भ्रामक तथ्यों को जोड़ने का आरोप लगाया है।

By JP YadavEdited By: Published: Thu, 30 Apr 2020 09:20 AM (IST)Updated: Thu, 30 Apr 2020 09:23 AM (IST)
Zafarul Islam Khan: मीडिया के सामने आए विवादित पोस्ट करने वाले जफरूल, कहा- मैं AAP का सदस्य नहीं
Zafarul Islam Khan: मीडिया के सामने आए विवादित पोस्ट करने वाले जफरूल, कहा- मैं AAP का सदस्य नहीं

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। Zafarul Islam Khan: दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष जफरुल इस्लाम खान (Zafarul Islam, ) ने फेसबुक पोस्ट पर सफाई दी है। उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर पोस्ट को तोड़-मरोड़ कर पेश करने और भ्रामक तथ्यों को जोड़ने का आरोप लगाया है।

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उन्होंने ने कहा कि जहां तक उनकी जानकारी है, किसी भी भारतीय मुसलमान ने देश के बाहर किसी भी फोरम पर अपने देश के खिलाफ कभी कोई शिकायत नहीं की है, 'मैं कानून में पूरी तरह विश्वास करता हूं, और संविधान में मेरी पूरी आस्था है'। 'मैं एक सच्चा देशभक्त हूं और कभी वैश्विक मंच पर अपने मुल्क की छवि को धूमिल करने का प्रयास नहीं किया, बल्कि मजबूती से इसका पक्ष रखा।

उन्होंने यह भी दावा किया कि वह आम आदमी पार्टी के सदस्य नहीं हैं। दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग स्वतंत्र बॉडी है और, इससे दिल्ली का कोई सरोकार नहीं है।

वहीं, मुस्लिम बुद्धिजीवियों ने भी दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष जफरुल इस्लाम खान पर देशद्रोह का मुकदमा चलाने की मांग की है। उनका आरोप है कि उन्होंने देश को बदनाम करने के साथ ही एक तरह से देश की सत्ता को चुनौती देने की कोशिश की है।

जफरुल ने अपनी पोस्ट में अरब देशों से भारत की शिकायत की धमकी दी है, जो नाकाबिले बर्दाश्त है।वरिष्ठ शिक्षाविद् व हैदराबाद स्थित मौलाना आजाद राष्ट्रीय उर्दू विश्वविद्यालय के कुलाधिपति फिरोज बख्त अहमद ने कहा कि यह तो अच्छा है वह भारत जैसे मुल्क में है, जहां आजादी के नाम पर लोग भारत तेरे टुकड़े होंगे जैसा नारा लगाते हैं। जफरुल पर देशद्रोह कानून के तहत कार्रवाई की जानी चाहिए। इस्लामिक स्कॉलर व मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के राष्ट्रीय प्रवक्ता यासिर जिलानी ने कहा कि उन्होंने भारत की अस्मिता, अखंडता और संप्रभुता पर प्रहार किया है। वह भी तब जबकि वह एक संवैधानिक पद पर हैं।

उन्होंने दिल्ली सरकार से तत्काल उनकी बर्खास्तगी की मांग की है। प्रसिद्ध निजामुद्दीन दरगाह के उर्स कमेटी के अध्यक्ष फरीद निजामी ने जफरुल के बयान को गैरवाजिब बताते हुए कहा कि यह हमारी मिट्टी है। इसी मिट्टी में हमारे बुजुर्ग दफन हैं, हम भी होंगे। फिर अपनी शिकायत दूसरे मुल्क में क्यों करेंगे। हमारा संविधान हमें बराबरी का हक देता है। कोर्ट है, सरकार है। अगर कोई शिकायत है तो उससे करेंगे। बाहर वाले से क्यों करेंगे। घर के मामले में बाहरियों का क्या काम। 

वागीश (कार्याध्यक्ष, विहिप दिल्ली) का कहना है कि दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष जफरुल इस्लाम को शर्म आनी चाहिए। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को तुरंत इन्हें बर्खास्त कर देना चाहिए। 


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