Love Jihad: दहशत में 10 दिन तक आश्रय गृह में रही थी छोटी बहन, पीड़ित परिवार ने किया सनसनीखेज खुलासा
दोबारा हमला होने की आशंका के चलते महिला आयोग ने उसे 10 दिन तक एक एनजीओ के आश्रय गृह में रखा था। इसके बाद भी वह लगातार परेशान कर रहे थे।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। ओखला में लव जिहाद का विरोध करने पर प्रताड़ित किए गए परिवार के साथ सामाजिक संगठन खड़े होने लगे हैं। रविवार को यूनाइटेड हिंदू फ्रंट (यूएचएफ) के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जय भगवान गोयल पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे। यहां डेढ़ घंटे तक पीड़िता का दर्द सुना और न्याय दिलाने का आश्वासन दिया। इस दौरान दोनों बहनों ने उन्हें आपबीती सुनाई। पीड़ित परिवार की बड़ी बेटी ने बताया कि आरोपित खुर्शीद की वास्तविकता जानने के बाद उसने मिलना-जुलना बंद कर दिया था। इस पर आरोपित उसे परेशान करने लगा।
वहीं, छोटी बहन ने बताया कि अक्टूबर- 2019 में उससे छेड़छाड़ के मामले में महिला आयोग के हस्तक्षेप के बाद पुलिस ने कार्रवाई की थी। उस दौरान दोबारा हमला होने की आशंका के चलते महिला आयोग ने उसे 10 दिन तक एक एनजीओ के आश्रय गृह में रखा था। इसके बाद भी वह लगातार परेशान कर रहे थे। शनिवार को भी धमकी दी गई थी। दहशत के चलते उनका घर से निकलना भी मुश्किल हो गया था।
यूएचएफ के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जय भगवान गोयल ने पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए कानूनी सहायता का आश्वासन दिया है। वहीं, पुलिस से भी पीड़ित परिवार की सुरक्षा की मांग करेंगे। वहीं, पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे हिंदू सेना के संस्थापक व राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने कहा कि इस क्षेत्र में ऐसी तमाम घटनाएं हो रही हैं। इन पर रोक लगाने के लिए पुलिस को गंभीरता दिखानी चाहिए। किसी भी परिवार के साथ ऐसी घटना होना दुर्भाग्यपूर्ण है। इसके विरोध में सभी को आगे आना पड़ेगा। सोमवार को इस बारे में वह पुलिस उपायुक्त से मिलकर जल्द कार्रवाई करने की मांग करेंगे।
खुर्शीद व सल्लन नाम के दो युवकों सगी बहनों को धर्म बदलकर विवाह करने के लिए मजबूर किया था। इसका विरोध करने पर उनके माता-पिता पर जानलेवा हमला किया गया था। घायल पिता की सोमवार को फिर होगी सर्जरी पीडि़ता ने बताया कि उनके पिता अभी भी अस्पताल में भर्ती हैं। उनकी एक सर्जरी हो चुकी है। सोमवार को एक और सर्जरी होगी। वहीं, उनकी मां की आंख में चोट आई है। उनका भी ऑपरेशन होगा।
यूएचएफ की ओर से आए एडवोकेट जोगेश व एडवोकेट गीता भारद्वाज ने पीडि़त बहनों के बयान दर्ज किए। इस दौरान यूएचएफ के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष धर्मेद्र बेदी, उपाध्यक्ष शिव कुमार शर्मा, सचिव सुबोध बिहारी व एडवोकेट सुमन प्रजापति, शंकर अग्रवाल आदि मौजूद रहे।
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