क्या दिल्ली में कल से 18 साल से अधिक उम्र वालों के लिए शुरू होगा टीकाकरण?
स्पष्ट दिशानिर्देशों के अभाव में अस्पतालों ने अब तक वैक्सीन की खरीद प्रक्रिया भी शुरू नहीं की है। निजी अस्पताल संचालकों का कहना है कि उन्हें यह भी पता नहीं है कि कंपनी से किस दर पर वैक्सीन खरीदनी है और किस दर पर लोगों को टीका लगाना है।
नई दिल्ली [स्वदेश कुमार]। 1 मई से 18 साल से अधिक उम्र वालों के लिए शुरू होने वाला टीकाकरण अभियान राजधानी दिल्ली में अधर में लटकता दिख रहा है। दरअसल, निजी अस्पतालों ने टीकाकरण को लेकर हाथ खड़े कर दिए हैं। यही नहीं स्पष्ट दिशानिर्देशों के अभाव में अस्पतालों ने अब तक वैक्सीन की खरीद प्रक्रिया भी शुरू नहीं की है। निजी अस्पताल संचालकों का कहना है कि उन्हें यह भी पता नहीं है कि कंपनी से किस दर पर वैक्सीन खरीदनी है और किस दर पर लोगों को टीका लगाना है। यही नहीं निजी अस्पताल में बने केंद्र में टीका लगवाने वालों का रजिस्ट्रेशन किस तरह से किया जाना है? इसकी भी तस्वीर साफ नहीं है। कोविन एप पर भी रजिस्ट्रेशन में निजी अस्पताल शामिल नहीं हैं। वहीं, बृहस्पतिवार को दिल्ली के स्वास्थ्यमंत्री सत्येंद्र कह चुके हैं दिल्ली में पर्याप्त वैक्सीन नहीं है।
इस बाबत आनंद विहार स्थित पुष्पांजलि अस्पताल के निदेशक और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष डॉ. विनय अग्रवाल ने बताया कि एक मई से वह टीकाकरण केंद्र बंद करने जा रहे हैं। उन्हें अब तक सिर्फ यह निर्देश मिले हैं कि शुक्रवार को टीकाकरण के बाद बचे हुए डोज को जिला प्रशासन को वापस करना है। इसके साथ टीका बनाने वाली कंपनियों से खुद ही खरीद करनी है। इसके अलावा कोई निर्देश प्राप्त नहीं हुआ है, इसलिए फिलहाल वह इसकी खरीद नहीं करने जा रहे हैं। उनका कहना है कि टीकाकरण में वह सहयोग करना चाहते हैं, लेकिन मौजूदा स्थिति में यह संभव नहीं दिख रहा है।
वहीं यमुना विहार स्थित पंचशील अस्पताल के निदेशक डॉ. वीके गोयल ने बताया कि उनके अस्पताल में 16 जनवरी से टीकाकरण केंद्र चल रहा है। उनके पास शुक्रवार तक टीकाकरण करने का रोडमैप है। उसके आगे क्या करना है, इसकी तस्वीर साफ नहीं है। यह नहीं पता उन्हें किस दर पर टीका मिलेगा। इसके बाद वह किस दर पर लोगों को लगाएंगे, यह भी नहीं बताया गया है। उनके पास जो लाभार्थी आएंगे, क्या उनका भी रजिस्ट्रेशन कोविन एप पर होगा या उन्हें खुद करना है? इस तरह के कई सवाल अनुत्तरित हैं। इसलिए फिलहाल उन्होंने इसे बंद करने का ही फैसला किया है।