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Kisan Andolan: जहां से किसान आंदोलन ने गति पकड़ी वहीं हो गया फुस्स, राकेश टिकैत क्या यूपी बॉर्डर पर जुटा सकेंगे भीड़?

Kisan Andolan हरियाणा में रहने के दौरान अपने ताजा बयान में किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा- प्रशासन के साथ हुई मीटिंग में हमारी सभी मांग मान ली गई इसलिए यह धरना यहीं समाप्त हो रहा है। अब दिल्ली जाना है।

By Jp YadavEdited By: Published: Tue, 08 Jun 2021 01:20 PM (IST)Updated: Wed, 09 Jun 2021 07:36 AM (IST)
Kisan Andolan: जहां से किसान आंदोलन ने गति पकड़ी वहीं हो गया फुस्स, राकेश टिकैत क्या यूपी बॉर्डर पर जुटा सकेंगे भीड़?
Kisan Andolan: क्या यूपी बॉर्डर पर जुटेगी किसानों की भीड़? पढ़िये- राकेश टिकैत का ताजा एलान

नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। तीनों कृषि कानूनों को रद करने की मांग को लेकर दिल्ली-एनसीआर के बॉर्डर (टीकरी, सिंघु और गाजीपुर) पर चल रहा पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के किसानों का आंदोलन जारी है। छह महीने बाद दिल्ली-एनसीआर के जिन तीन बॉर्डर पर किसान आंदोलन ने गति पकड़ी वहीं फुस्स हो ग है। वहीं, तीनों ही बॉर्डर पर प्रदर्शनकारी किसानों की संख्या भले ही कम हो, लेकिन इस बीच भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के हौसले बुलंद हैं। हरियाणा में रहने के दौरान अपने ताजा बयान में किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा- 'प्रशासन के साथ हुई मीटिंग में हमारी सभी मांग मान ली गई, इसलिए यह धरना यहीं समाप्त हो रहा है। अब दिल्ली जाना है।' इसके साथ रही किसान नेता ने कहा है कि यहां धरना खत्म होने के बाद अब दिल्ली कूच की तैयारी है। उन्होंने कहा कि हम वापस से दिल्ली जाएंगे और वहां चल रहे किसान आंदोलन में शामिल होंगे। ऐसे में अब बड़ा सवाल है कि क्या राकेश टिकैत की मौजूदगी के बाद अब यूपी बॉर्डर पर किसानों की भीड़ जुटेगी।

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राकेश टिकैत के बाद नरेश टिकैत भी नहीं जुटा पा रहे भीड़

बता दें कि फरवरी-मार्च और अप्रैल महीने में किसान संगठन लगातार यह कहते रहे हैं कि वे कई महीनों की तैयारी के साथ दिल्ली-एनसीआर के बॉर्डर पर धरना प्रदर्शन के लिए बैठे हैं। बावजूद इसके गाजीपुर बॉर्डर पर गिनती भर के किसान प्रदर्शनकारी बचे हैं। किसान ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के बाद प्रदर्शनकारियों की तादाद में भी कमी आती गई, जो अब जारी है।

फीके पड़े रहे किसान आंदोलन पर बड़े भाई नरेश की भी नजर

फरवरी और मार्च महीने में गाजीपुर बॉर्डर पर हुई भारतीय किसान यूनियन की मासिक पंचायत में संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत की मौजूदगी भी किसान प्रदर्शनकारियों में इजाफा नहीं कर सकी। फिलहाल गाजीपुर बॉर्डर पर लगे अधिकांश टेंट खाली हैं और चहल-पहल सूनेपन में बदल गई है। यूपी गेट ही नहीं, बल्कि टीकरी और सिंघु बॉर्डर पर रौनक नहीं है। वहीं, नरेश टिकैत की भी नजर रहेगी कि क्या राकेश टिकैत आंदोलन की चमक वापस ला सकेंगे। गाजीपुर बॉर्डर पर भीड़ जुटेगी।

अब हम दिल्ली कूच की तैयारी कर रहे : राकेश टिकैत

गौरतलब है कि पिछले दिनों हरियाणा के टोहाना में जननायक जनता पार्टी के विधायक देवेंद्र बबली के साथ हुए कथित दुर्व्यवहार के मामले में गिरफ्तार किसानों को अब रिहा कर दिया है। इस पर अपनी प्रतिक्रिया में राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों की रिहाई की मांग को प्रशासन ने मान लिया है, इसलिए हम टोहाना थाना के बाहर चल रहे धरने को समाप्त कर रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अब हम दिल्ली कूच की तैयारी कर रहे हैं।

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गौरतलब है कि किसानों के भारी विरोध प्रदर्शन के बाद आखिरकार स्थानीय प्रशासन ने गिरफ्तार किसानों को रिहा करने का निर्णय लिया है। किसान नेताओं और पुलिस के बीच हुई बैठक में किसानों की रिहाई और सभी केस वापस लेने पर सहमति बनी। किसानों की रिहाई के बाद राकेश टिकैत ने कहा कि हमने टोहाना थाने के बाहर चल रहे धरने को समाप्त करने का निर्णय लिय है। इसी दौरान उन्होंने कहा कि अब हम दिल्ली कूच की तैयारी कर रहे हैं।

गौरतलब है कि टोहाना में विधायक देवेंद्र बबली के साथ हुए कथित दुर्व्यवहार के मामले में करीब 3 किसानों को गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तार किसानों की रिहाई की मांग को लेकर राकेश टिकैत, योगेंद्र यादव सहित कई किसान नेता पिछले सप्ताह शनिवार को टोहना पहुंचे थे। किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा था कि प्रशासन जल्दी किसानों को रिहा करे, नहीं तो हमें भी गिरफ्तार करे। इसके बाद आखिरकार सहमति के बाद किसानों को रिहा करने पर बात बन गई।

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