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कार चलाते समय न करें मोबाइल इस्तेमाल, खबर पढ़कर तय करें जिंदगी चाहिए या मौत!

वाहन चलाते समय मोबाइल का इस्तेमाल करने वालों की संख्या उत्तर भारत में सबसे अधिक 62 प्रतिशत है, इनमें भी सर्वाधिक संख्या दिल्ली में है।

By JP YadavEdited By: Published: Sat, 17 Nov 2018 11:36 AM (IST)Updated: Sat, 17 Nov 2018 12:38 PM (IST)
कार चलाते समय न करें मोबाइल इस्तेमाल, खबर पढ़कर तय करें जिंदगी चाहिए या मौत!
कार चलाते समय न करें मोबाइल इस्तेमाल, खबर पढ़कर तय करें जिंदगी चाहिए या मौत!

नई दिल्ली [नवीन गौतम]। यह सौ आने सच है कि मोबाइल फोन हमारी जिंदगी का महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है, पर जरूरत यह महसूस करने की है कि हम कहीं मोबाइल को जिंदगी से अधिक महत्वपूर्ण न बना लें। युवाओं को लगता है कि वे ईयरफोन लगाकर ज्यादा फैशनपरस्त बन रहे हैं या मल्टीटास्किंग होने का प्रदर्शन कर रहे हैं। जबकि इससे होने वाली दुर्घटनाओं से यह स्पष्ट है कि कानों में ईयरफोन लगाकर या मोबाइल पर बात करते हुए सड़क पर निकलना बड़ी भूल है।

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जरूरत है कि मोबाइल फोन का सही इस्तेमाल किया जाए व इसे अभिशाप की जगह वरदान ही बना रहने दिया जाए। पिछले कुछ समय से ईयरफोन लगाकर सड़कों पर घूमना, रेलवे ट्रैक पार करना, दोपहिया और चौपहिया वाहन यहां तक कि साइकिल या रिक्शा चलाना फैशन बन गया है।

दूसरे शब्दों में इसे यूं कहा जाने लगा है कि वाहन चलाते समय मोबाइल का इस्तेमाल आत्महत्या करने जैसा है। हमें वाहन चलाते समय तेज संगीत सुनने और सह यात्री से बात करने से भी बचना चाहिए। तभी दुर्घटना से खुद को और दूसरे को बचाया जा सकता है।

केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार सड़क दुर्घटना में होने वाली सबसे ज्यादा मौतों का कारण वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का इस्तेमाल करना है। मंत्रलय की रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली सहित देश के अन्य राज्यों में सड़क दुर्घटनाओं में करीब 17 लोगों की जान हर घंटे जाती है, जिसका एक कारण वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का इस्तेमाल करना भी है। इसके चलते वाहन चालक ही नहीं पैदल चलने वाले भी दुर्घटनाओं का शिकार हो रहे हैं।

सजा का है प्रावधान

दिल्ली में वाहन चलाते समय मोबाइल का इस्तेमाल करते पकड़े जाने पर एक हजार रुपये का जुर्माना व तीन माह के लिए लाइसेंस के निलंबन की सजा है। लाइसेंस निलंबन संबंधित जानकारी व्यक्ति के रिकार्ड में भी दर्ज कर दी जाती है। कुछ राज्यों में पहली ही बार में लाइसेंस निरस्त करने का प्रावधान है। दिल्ली में औसतन 5 हजार लोग हर साल वाहन चलाते समय मोबाइल का इस्तेमाल करते हुए पकड़े जाते हैं जिनके लाइसेंस निलंबित किए जाते हैं।

वहीं, सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने भी इस बात को माना है कि वाहन चलाते हुए मोबाइल फोन पर बात करने या सेल्फी लेने के मामले बढ़ रहे हैं। इससे न केवल ऐसा करने वालों की जान को खतरा है बल्कि दूसरों के लिए भी यह घातक है।

पांच में से तीन चालक वाहन चलाते मोबाइल का करते हैं उपयोग

जापानी कंपनी निसान के अध्ययन के अनुसार, भारत में पांच में से तीन चालक वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते हैं । वाहन चलाते समय मोबाइल का इस्तेमाल करने वालों की संख्या उत्तर भारत में सबसे अधिक 62 प्रतिशत है, इनमें भी सर्वाधिक संख्या दिल्ली में है। वहीं दक्षिण भारत में यह आंकड़ा 52 प्रतिशत है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के अनुसार, लोग वाहन चलाने के दौरान मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते हैं, जिससे वाहन टकराने का खतरा चार गुना अधिक बढ़ जाता है। 


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