Agricultural bills: AAP सांसद ने बताया, हरसिमरत कौर को किस दिन देना चाहिए था इस्तीफा
भगवंत मान ने कहा कि केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर को उस दिन इस्तीफा देना चाहिए था जब कैबिनेट में यह बिल आया था और वो मौजूद थीं। उन्हें वॉकआउट करना था।
नई दिल्ली [संजीव गुप्ता]। पंजाब से आम आदमी पार्टी के सांसद भगवंत मान (AAP MP Bhagwant Mann) ने फिर से शिरोमणि अकाली दल (शिअद) और कांग्रेस को किसान विरोधी कहा है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी और किसानों के विरोध के बाद शिअद और कांग्रेस ने एमएसपी अध्यादेश पर यू-टर्न ले लिया है, यह हमारी जीत है। कुछ दिन पहले तक शिअद किसान विरोधी बिलों का समर्थन कर रहा था और आज मगरमच्छ के आंसू बहा रहा है। भगवंत मान ने कहा कि पंजाब में कांग्रेस के सीएम और वित्त मंत्री ने भी पहले इन बिलों का समर्थन किया था।
उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर को उस दिन इस्तीफा देना चाहिए था, जब कैबिनेट में यह बिल आया था और वो मौजूद थीं। उन्हें वॉकआउट करना था, लेकिन उस समय उन्होंने सहमति दे दी। वहीं आप विधायक जरनैल सिंह ने कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) बिल के जरिए शिअद और कांग्रेस का असली चेहरा किसानों के सामने बेनकाब हो गया है। हम संसद के अंदर और बाहर अपना विरोध जारी रखेंगे।भगवंत मान और जरनैल सिंह ने बृहस्पतिवार को पार्टी मुख्यालय में संयुक्त पत्रकार वार्ता में बोल रहे थे।
भगवंत मान ने कहा कि शिअद और कांग्रेस द्वारा घड़ियाली आंसू बहाए जाएंगे, झूठा विरोध करने का ढोंग किया जाएगा। सदन के भीतर तो सहमति जताते हैं और सदन के बाहर फिर से विरोध करने का झूठा स्वांग रचा जाएगा। यदि आप कांग्रेस द्वारा बनाई गई मोंटी सिंह आहलूवालिया कमेटी की सिफारिशें देखें तो वह भी तमाम किसानों के खिलाफ हैं।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपने घोषणा पत्र में भी कहा था कि हम किसानों का कर्जा माफ करेंगे, घर-घर नौकरी देंगे और किसानों की आत्महत्याएं बंद होंगी, लेकिन पंजाब में कांग्रेस की सरकार के बाद भी न तो किसानों का कर्जा माफ हुआ, न घर घर नौकरी मिली और न ही किसानों की आत्महत्याएं रुकीं।
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