शादियों की तिथि कोरोना के कारण बढ़ी आगे, हो रहा लाखों का नुकसान
कोरोना संकट लोगों के निजी जीवन में भी खलल डाल रहा है। होली के बाद मार्च के आखिरी सप्ताह से लेकर अप्रैल के पहले दो सप्ताह में मांगलिक कार्यों की तारीखें थीं।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। कोरोना के बढ़ते संक्रमण ने सिर्फ व्यवसायों और वाहनों के पहिये ही नहीं थाम दिए हैं बल्कि सामाजिक तानेबाने पर भी असर डाल रहा है। दिल्ली में पहले हुए साम्प्रदायिक दंगों के चलते कई लोगों की शादियां और मांगलिक कार्यक्रमों को आगे के लिए छोड़ दिए गए हैं।
कोरोना संकट लोगों के निजी जीवन में भी खलल डाल रहा है। होली के बाद मार्च के आखिरी सप्ताह से लेकर अप्रैल के पहले दो सप्ताह में मांगलिक कार्यों की तारीखें थीं। ऐसे में कई लोगों की शादियां स्थगित हो गई हैं।
जसोला के रहने वाले वरुण की शादी अप्रैल के दूसरे सप्ताह में होनी थी। शादी को लेकर कई महीनों पहले से ही तैयारियां चल रही थी।
इस दौरान शादी के लिए गेस्ट हाउस, अतिथियों के निमंत्रण से लेकर खाने पीने की सारी तैयारियां की जा चुकी थी। लेकिन, 21 दिन के लॉकडाउन की घोषणा के बाद उनके स्वर्णिम सपनों में विराम लग गया है। इतने दिनों से कपड़ों से लेकर अतिथियों की लिस्ट तक की तैयारी अभी के लिए व्यर्थ होती नजर आ रही है। या तो उन्हें अपने सीमित पारिवारिक सदस्यों के साथ शादी पूरी करनी होगी या फिर तारीखों को आगे ले जाना होगा।
वरुण अकेले नहीं है जिनकी शादी पर कोरोना संकट ग्रहण बन गया है। सरिता विहार, मदनपुर खादर, जशोला , गोविंदपुरी में ऐसे कई युवा हैं जिनकी जिंदगी की नई शुरुआत के लिए उन्हें अभी और इंतजार करना होगा। कुछ युवाओं की शादियां पिछले एक साल से बेहतर लग्न तारीख के इंतजार में टल रही थी। लेकिन अब कोरोना ने उनका इंतजार और भी बढ़ा दिया गया है।