Weather Update: ठंड ने तोड़ा 8 वर्ष का रिकॉर्ड, पढ़िए- क्या है मौसम विभाग की भविष्यवाणी
जनवरी के बाद फरवरी में भी दिल्ली की सर्दी रिकॉर्ड बना रही है। पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से न्यूनतम तापमान में तो कुछ बढ़ोतरी हुई है, लेकिन अधिकतम तापमान घटना शुरू हो गया है।
नई दिल्ली, जेएनएन। दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत में ठंड से राहत मिलती नहीं दिखाई दे रही है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले सप्ताह पश्चिमी विक्षोभ विकसित होगा, इस कारण कुछ इलाकों में बारिश होने की संभावना है। साथ ही मौसम में कुछ बदलाव होगा। इससे आने वाले दिनों में शीतलहर के कारण ठिठुरन बढ़ सकती है। मौसम वैज्ञानिकों ने 4 से 7 फरवरी के बीच बारिश होने की संभावना जताई है।
इससे पहले शनिवार को न केवल दिल्ली कोहरे की चादर में लिपटी नजर आई, बल्कि ठंड ने भी आठ साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। धूप न निकलने के कारण दिल्ली वासी दिन भर ठिठुरन महसूस करते रहे। सुबह पांच से साढ़े सात बजे के लगभग पालम क्षेत्र में तो दृश्यता 150 मीटर तक रह गई थी। मौसम विभाग का अनुमान है कि रविवार को भी दिल्ली में घना कोहरा रहेगा। अधिकतम तापमान 19 और न्यूनतम तापमान 7 डिग्री रहने की संभावना है।
जनवरी के बाद फरवरी में भी दिल्ली की सर्दी रिकॉर्ड बना रही है। पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से न्यूनतम तापमान में तो कुछ हद तक बढ़ोतरी हुई है, लेकिन अधिकतम तापमान घटना शुरू हो गया है। शनिवार को भी दिल्ली के ज्यादातर हिस्सों में सुबह घना कोहरा छाया रहा। इसके परिवहन सेवाएं भी प्रभावित हुई। मौसम विभाग के अनुसार, शनिवार को दिल्ली का अधिकतम तापमान सामान्य से चार डिग्री कम 17.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। 2 फरवरी के दिन आठ सालों में यह सबसे कम अधिकतम तापमान है। वहीं न्यूनतम तापमान सामान्य स्तर पर 8.2 डिग्री सेल्सियस रहा। नमी का स्तर 80 से 100 फीसद तक रहा।
वायु प्रदूषण भी रहा बेहद खराब श्रेणी में
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा जारी एयर बुलेटिन के मुताबिक, शनिवार को वायु प्रदूषण बेहद खराब श्रेणी में दर्ज किया गया। दिल्ली का एयर इंडेक्स 332 रहा। एनसीआर के शहरों में गाजियाबाद का एयर इंडेक्स 370, भिवाड़ी का 304, ग्रेटर नोएडा का 374, गुरुग्राम का 275 और नोएडा का 346 दर्ज किया गया। हवा में प्रदूषक कणों में भी बढ़ोतरी हुई है। शाम के छह बजे हवा में पीएम 10 का स्तर 238.7 और पीएम 2.5 का स्तर 160.2 रहा। यह स्वीकृत मानकों से दोगुने से भी ज्यादा है।