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Delhi Yamuna River Flood Alert! खतरे के निशान को पार कर गया यमुना में पानी का स्तर, चारों ओर पानी ही पानी

हथिनीकुंड बैराज से छोड़ा गया पानी यमुना में पहुंच गया है पानी खतरे के निशान को पार कर गया है। मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा यमुना में फिलहाल पानी की लेवल खतरे के निशान के करीब हैं अभी और कितना और पानी छोड़ा जाता है इससे हालात का पता चलेगा।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Published: Thu, 29 Jul 2021 07:03 PM (IST)Updated: Fri, 30 Jul 2021 07:31 PM (IST)
Delhi Yamuna River Flood Alert! खतरे के निशान को पार कर गया यमुना में पानी का स्तर, चारों ओर पानी ही पानी
यमुना नदी में भी पानी के लेवल में बढ़ोतरी हो रही है।

नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। देश के तमाम राज्यों में इन दिनों बारिश हो रही है। पहाड़ों में बारिश का पानी अब मैदानी इलाकों में आ रहा है। ऐसे में नदियों में पानी के लेवल में बढ़ोतरी हो गई है। उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में भी जोरदार बारिश हो रही है। इन जगहों से भी पानी मैदानी इलाकों में पहुंच रहा है। बृहस्पतिवार को हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़ा गया था, ये पानी शुक्रवार की देर शाम तक दिल्ली में पहुंचा, फिलहाल ये पानी खतरे के निशान के करीब है। मंत्री सतेंद्र जैन का कहना है कि पानी खतरे के निशान को तब पार करेगा जब ये पता चल जाए कि अभी और कितना पानी हथिनीकुंड बैराज से यमुना में छोड़ा जाएगा।

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पिछले तीन दिन से लगातार बारिश के कारण यमुना का जलस्तर बढ़ गया है। इससे हथनी कुंड बैराज से ज्यादा पानी छोड़ा जा रहा है। लिहाजा, दिल्ली में भी यमुना के जलस्तर में बढ़ोतरी हो रही है। सिंचाई व बाढ़ नियंत्रण विभाग के अनुसार पिछले 24 घंटे में हथनी कुंड बैराज से एक लाख 60 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जो इस साल सबसे अधिक है। इसके बाद गुरुवार को एक लाख तीन हजार 245 क्यूसेक पानी छोड़ा गया गया है। इस पानी के अगले दो दिन में दिल्ली पहुंचने पर निचले इलाकों में पानी भरने की आशंका है।

अभी यमुना का जलस्तर चेतावनी के स्तर से कम है, लेकिन सिंचाई व बाढ़ नियंत्रण विभाग ने निचले इलाकों में रहने वालों लोगों के लिए अलर्ट भी जारी कर दिया है। इसके अलावा रात आठ बजे पुराना रेलवे पुल के पास यमुना का जलस्तर 203.86 मीटर है, जो चेतावनी के स्तर (204.50 मीटर) के करीब है। सिंचाई व बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। विभाग ने नियंत्रण कक्ष का संचालन भी शुरू कर दिया है। इसके माध्यम से यमुना के जल स्तर पर 24 घंटे निगरानी रखी जा रही है।

उधर बुधवार को हिसार, कुरुक्षेत्र, करनाल, यमुनानगर, कैथल और फतेहाबाद समेत प्रदेश के कई जिलों में मूसलधार बारिश के साथ ही पहाड़ी क्षेत्र में भी भारी बारिश होने से यमुना नदी उफान पर है। यमुना नगर के हथिनीकुंड बैराज पर यमुना नदी में अधिकतम एक लाख 59 हजार क्यूसेक पानी का बहाव रहा। इस पानी के 72 घंटे में दिल्ली पहुंचने का अनुमान लगाया गया था। यमुना में पानी बढ़ने से उसके किनारे स्थित गांवों के लोग सहम गए हैं।

हालांकि अभी बाढ़ जैसे हालात नहीं हैं लेकिन अधिकारी लगातार नजर रखे हुए हैं। जिन लोगों ने यमुना की तलहटी में अपनी झुग्गियां डाल रखी थी उन सभी को वहां से बाहर आने के लिए कह दिया गया है। इसके अलावा पुराना लोहे के पुल के पास यमुना में पानी के लेवल पर नजर रखी जा रही है। दिल्ली सरकार की ओर से अन्य तैयारियां भी की जा रही है। साथ ही यमुना के आसपास रहने वालों को सतर्क रहने के लिए कह दिया गया है।


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