इस सड़क पर क्राइम करने वाले होशियार, पग-पग पर रहेगी नजर, हर हरकत होगी कैद
आम्रपाली से लेकर काला पत्थर तक लगे 145 सीसीटीवीआम्रपाली से लेकर काला पत्थर तक लगे 145 सीसीटीवीआम्रपाली से लेकर काला पत्थर तक लगे 145 सीसीटीवीआम्रपाली से लेकर काला पत्थर तक लगे 145 सीसीटीवीआम्रपाली से लेकर काला पत्थर तक लगे 145 सीसीटीवीआम्रपाली से लेकर काला पत्थर तक लगे 145 सीसीटीवीआम्रपाली से लेकर काला पत्थर तक लगे 145 सीसीटीवीआम्रपाली से लेकर काला पत्थर तक लगे 145 सीसीटीवीआम्रपाली से लेकर काला पत्थर तक लगे 145 सीसीटीवी
इंदिरापुरम, जेएनएन। दिल्ली-एनसीआर में अपराध पर लगाम लगाए जाने के प्रयास हर स्तर पर चल रहे हैं। इसी कड़ी में इंदिरापुरम की एक सड़क पर अगर कोई क्राइम करने की सोच रहा हो तो वह उसके लिए खतरे की घंटी है। यहां हर पग-पग पर आप पर नजर रखी जा रही। आपकी हर हरकत पर नजर रहेगी। काला पत्थर से लेकर आम्रपाली विलेज सोसायटी को अब सुरक्षा के लिहाज से फुल प्रूफ बनाया गया है।
यहां पर आरडब्लूए की ओर से 145 कैमरे लगाए गए हैं। इसके साथ ही निगरानी के लिए 24 गार्डों की भी व्यवस्था की गई है। इसे लगवाने में लगभग 20 लाख रुपये का खर्चा आया है। मंगलवार को आरडब्लूए और फेडरेशन ऑफ एओए अध्यक्ष आलोक कुमार ने इसका उद्घाटन किया।
उन्होंने कहा है ऐसा प्रत्येक सोसायटी में हो। इससे अपराध में भी कमी आएगी। आम्रपाली विलेज सोसायटी के सचिव एम नैय्यर ने बताया है कि सीसीटीवी कैमरे के जरिए सोसायटी में आने वाली प्रत्येक गाड़ी का नंबर सुरक्षा गार्ड रूम में सुरक्षित रहेगा।
इसके साथ ही विशेष सॉफ्टवेयर डाउनलोड करके सीसीटीवी की मदद से आने जाने वाले लोगों गाड़ियों और मार्ग से निकलने वाली कारों की भी निगरानी रहेगी। वहीं लिफ्ट में भी वॉयरलेस कैमरे लगाए गए हैं ताकि किसी प्रकार की कोई घटना-दुर्घटना ना हो।
सोसायटी के अध्यक्ष दीपक कुमार ने बताया है कि सोसायटी की लिफ्ट में लगाए गए सभी कैमरे वायरलैस हैं जिससे अब यह खराब नहीं होंगे। इससे पहले वायर वाले होने की वजह से अक्सर खराब हो जाते थे। सोसायटी में सुरक्षा के लिहाज से सभी प्रवेश द्वार पर गार्ड की तैनाती करते हुए रात दिन के लिए अलग-अलग गार्ड तैनात किए हैं।
आरडब्ल्यूए ने यह पूरा खर्चा खुद उठा रहा है। इसके लिए स्थानीय लोगों से कोई अतिरिक्त चार्ज भी नहीं लिया जाएगा। एओए के अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा है कि इंदिरापुरम जैसे इलाके में महिलाओं के साथ अपराध काफी अधिक संख्या में होता है। सीसीटीवी की निगरानी रहने से अपराध करने वाले भी डरेंगे और पुलिस को मदद मिलेगी।