Ram Mandir Ayodhya: अर्पण के आगे झोली पड़ जा रही कम, लोगों में निधि संग्रह को लेकर उत्साह
सुरेंद्र गुप्ता ने कहा कि अभी निस्वार्थ भाव से राम की सेवा में लगे स्वयंसेवक नौकरी व्यापार व शिक्षा समेत अन्य दैनिक काम करते हुए अभियान के लिए प्रतिदिन दो से चार घंटे का समय निकाल रहे हैं। अब उनसे पूरा दिन या अधिक समय देने का आग्रह किया जाएगा।
नई दिल्ली [नेमिष हेमंत]। अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिए राष्ट्रीय राजधानी वासियों में अर्पण का उत्साह देखते ही बन रहा है। लोग इतने उत्साहित हैं कि उनके आगे 80 हजार से अधिक स्वयंसेवकों की फौज भी कम पड़ जा रही है। रामभक्त अर्पण को लेकर भक्तिभाव के साथ अति प्रतिक्षा में हैं। वे चाह रहे हैं कि उनका अर्पण जल्द से जल्द ले लिया जाएं। वे 27वें दिन का इंतजार करने के मूड में नहीं है।
देशभर में निधि समर्पण अभियान की अगुआ विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के राष्ट्रीय पदाधिकारियों के मुताबिक यह स्थिति कमोबेश हर राज्यों में है, जहां रामभक्तों में अर्पण को लेकर बेहद उत्साह है तो एक समय में स्वयंसेवकों को एक साथ हर जगह पहुंचना बड़ी चुनौती है।
80 हजार से अधिक लोग निधि समर्पण अभियान में लगे हैं
दिल्ली में निधि समर्पण अभियान के सह प्रमुख व विहिप के प्रदेश उपाध्यक्ष सुरेंद्र गुप्ता ने कहा कि संगठन की दृष्टि से दिल्ली को 1,884 बस्तियों में बांटा गया है। हर बस्तियों में 10 टोलियां लगाई गई है। हर टोली में चार से पांच स्वयंसेवक लगे हैं। इस तरह तकरीबन 80 हजार से अधिक लोग निधि समर्पण अभियान में लगे हुए हैं। वैसे, पूरे देश में निधि समर्पण अभियान 15 जनवरी से चल रहा है तो दिल्ली में यह एक फरवरी से प्रारंभ हुआ है। देश व दिल्ली में अभियान का समापन एक साथ 27 फरवरी को होगा।
27 दिनों के पूरे अभियान में दिल्ली में 42 लाख हिंदू परिवारों से संपर्क करते हुए करीब एक करोड़ 60 लाख लोंगों तक पहुंचने की कोशिश होगी। बृहस्पिवार तक लक्ष्य का तकरीबन 50 फीसद लोगों तक ही पहुंचा जा सका है। अगले 10 दिनों में बाकि के 80 लाख लोगों तक पहुंचने का बड़ा लक्ष्य है, जिसे हर हाल में पूरा करने की कोशिश होगी। सुरेंद्र गुप्ता ने कहा कि अभी निस्वार्थ भाव से राम की सेवा में लगे स्वयंसेवक नौकरी, व्यापार व शिक्षा समेत अन्य दैनिक काम करते हुए अभियान के लिए प्रतिदिन दो से चार घंटे का समय निकाल रहे हैं। अब उनसे पूरा दिन या अधिक समय देने का आग्रह किया जाएगा। ताकि हम सभी घरों तक पहुंच पाए।