Delhi Coronavirus Vaccination: सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा- सोमवार से कई केंद्रों पर लगाई जाएगी वैक्सीन
दिल्ली को प्रतिदिन 976 मिट्रिक टन ऑक्सीजन की जरूरत है लेकिन 490 मिट्रिक टन का आवंटन हुआ है और केवल 312 मिट्रिक टन ऑक्सीजन ही दी जा रही है। अगर पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन मिल जाए तो 24 घंटे में 9 हजार ऑक्सीजन बेड तैयार हो जाएंगे।
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सरस्वती विहार पाॅलीक्लिनिक में बने वैक्सीनेशन सेंटर में 18 से 44 साल तक के उम्र के लोगों के लिए वैक्सीनेशन अभियान की सांकेतिक शुरूआत कर दी। सीएम ने कहा कि सोमवार (3 मई) से दिल्ली में कई केंद्रों पर वैक्सीन लगाई जाएगी। दिल्ली को 4.5 लाख वैक्सीन मिल गई है। जैसे-जैसे दिल्ली को वैक्सीन की खेप मिलेगी, हम टीकाकरण अभियान को तेज करेंगे। सीएम ने दिल्लीवासियों से अपील की है कि अभी वैक्सीन लगवाने के लिए ऑनलाइन पंजीकरण के दौरान मिले नियत समय पर ही वैक्सीनेशन सेंटर पर आएं।
सीएम ने कहा कि दिल्ली को प्रतिदिन 976 मिट्रिक टन ऑक्सीजन की जरूरत है, लेकिन 490 मिट्रिक टन का आवंटन हुआ है और केवल 312 मिट्रिक टन ऑक्सीजन ही दी जा रही है। अगर आज हमें पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन मिल जाए, तो 24 घंटे में 9 हजार ऑक्सीजन बेड तैयार हो जाएंगे, लेकिन हमारे पास ऑक्सीजन नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर हमें पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन मिलेगी, तो हम बड़े स्तर पर ऑक्सीजन बेड बढ़ा पाएंगे। मरीज को समय से ऑक्सीजन दे दी जाएगी, तो उसकी जान बच सकती है। मेरी हाथ जोड़ कर विनती है कि हमारी दिल्ली को ऑक्सीजन चाहिए, हमें ऑक्सीजन दीजिए
वैक्सीनेशन अभियान की सांकेतिक शुरुआत के बाद सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, ‘‘18 साल से उपर के लोगों को आज से वैक्सीन लगना शुरू हो चुका है। सरस्वती विहार स्थित पॉलीक्लिनिक के वैक्सीन सेंटर की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। जैसे-जैसे दिल्ली को वैक्सीन की खेप मिलेगी, हम दिल्ली में टीकाकरण अभियान को तेज करेंगे।’’
वहीं, मुख्यमंत्री कार्यालय ने ट्वीट किया कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ऑक्सीजन की कमी पर कहा कि 976 मिट्रिक टन ऑक्सीजन की डिमांड के मुकाबले दिल्ली को सिर्फ 490 मिट्रिक टन आवंटित की गई है और मिल सिर्फ 312 मिट्रिक टन रही है। जरूरत के अनुसार ऑक्सीजन मिल जाए, तो हम दिल्ली के अंदर 24 घंटे में 9 हजार बेड्स बढ़ा देंगे।
ऑक्सीजन की कमी के चलते सभी अस्पतालों के अंदर हाहाकार मचा
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में ऑक्सीजन की बहुत ज्यादा परेशानी हो रही है। चारों तरफ से अस्पतालों से एसओएस काॅल आ रहे हैं कि उस अस्पताल में ऑक्सीजन खत्म हो गई है, उसमें आधे घंटे की ऑक्सीजन बच गई है। बहुत ज्यादा मुश्किल हालात पैदा होते जा रहे हैं। हमने कोर्ट में भी बोला है और केंद्र सरकार को भी लिखा है कि दिल्ली को प्रतिदिन 976 मिट्रिक टन ऑक्सीजन की जरूरत है, लेकिन हमें 976 मिट्रिक टन के सापेक्ष 490 मिट्रिक टन ऑक्सीजन आवंटित की गई है और हमें यह 490 मिट्रिक टन ऑक्सीजन भी नहीं मिल पा रही है। सीएम ने बताया कि कल केवल 312 मिट्रिक टन ऑक्सीजन आई है। दिल्ली को 976 मिट्रिक टन ऑक्सीजन की जरूरत है और उसके सापेक्ष अगर हमें 312 मिट्रिक ऑक्सीजन दी जाएगी, तो कैसे काम चलेगा? आज सारे अस्पतालों के अंदर हाहाकार मचा हुआ है। कई अस्पतालों ने बोला है कि उनको अपने मरीज अस्पताल से निकालने पड़ेंगे। सीएम ने कहा कि दिल्ली को ऑक्सीजन चाहिए। मेरी अपील को जो-जो भी सुन रहा है और जिन-जिन लोगों को निर्णय लेना है, उन सभी लोगों से हाथ जोड़ कर विनती है कि हमारी दिल्ली को ऑक्सीजन चाहिए। हमें ऑक्सीजन दीजिए।
दिल्ली ऑक्सीजन का उत्पादन नहीं करता है, हम किस से ऑक्सीजन मांगें
मुख्यमंत्री अरविद केजरीवाल ने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि केवल और केवल ऑक्सीजन की वजह से मरीज अस्पताल के बाहर इंतजार करने के लिए मजबूर हैं। आज हमें ऑक्सीजन दे दीजिए, यह समस्या दूर हो जाएगी। हमने राधा स्वामी सत्संग ब्यास में 5 हजार बेड की तैयारी की हुई है। वहां पर केवल 150 बेड ही चालू है, क्योंकि ऑक्सीजन ही नहीं है। हमने काॅमनवेल्थ गेम्स विलेज और यमुना स्पोर्ट्स काॅम्प्लेक्स में मिलाकर 1300 बेड की तैयारी की हुई है। हमने बुराड़ी अस्पताल के अंदर 2500 बेड की तैयारी की हुई है। अगर आज हमें पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन मिल जाए, तो 9 हजार ऑक्सीजन बेड दिल्ली में 24 घंटे के अंदर तैयार हो जाएंगे, लेकिन हमारे पास ऑक्सीजन ही नहीं है। दिल्ली ऑक्सीजन का उत्पादन तो करता नहीं है, तो हम किसके पास जाएं और किस से ऑक्सीजन मांगे?
दवाइयों की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ दिल्ली सरकार लगातार कार्रवाई कर रही है
केजरीवाल ने कहा कि अगर हमें ऑक्सीजन मिल जाती और इतने सारे अतिरिक्त बेड बढ़ा लेते तो एक अधिकारिक सिस्टम तैयार हो जाता। वहां पर मरीज को डाॅक्टर के जरिए सभी दवाइयां भी मिल जातीं। उन्होंने कहा कि एंबुलेंस द्वारा अधिक पैसा वसूलने वालों पर दिल्ली सरकार कार्रवाई कर रही है। दिल्ली सरकार की टीमें पुलिस के साथ मिल कर लगातार कार्रवाई कर रही हैं। जो भी दवाइयों की कालाबाजारी कर रहे हैं, उनको पकड़ रहे हैं। लेकिन अभी हमें बहुत बड़े स्तर पर ऑक्सीजन के बेड बढ़ाने पड़ेंगे। कोरोना की इस लहर में जो भी बीमार पड़ रहा है, उसे सबसे पहले ऑक्सीजन की जरूरत पड़ रही है। उसका ऑक्सीजन का स्तर गिरता है और उसे ऑक्सीजन चाहिए। मरीज का ऑक्सीजन स्तर 90, 89 या 88 जैसे ही आया और उसे उसी समय ऑक्सीजन दे देते हैं, तो उसकी जान बच सकती है, लेकिन लोगों को ऑक्सीजन ही नहीं मिल पा रही है।