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आरएसएस के राष्ट्रीय पदाधिकारी के नाम पर ठगी करने वाला गिरफ्तार

ठग की पहचान देवेंद्र कुमार मिश्रा उर्फ गुड्डू के तौर पर हुई है। वह मध्य प्रदेश का रहने वाला है। एडिशनल पुलिस कमिश्नर क्राइम ब्रांच शिबेश सिंह के मुताबिक आरोपित से कई फर्जी दस्तावेज बरामद हुए हैं जिनमें मंत्रालय के भी फर्जी आइकार्ड शामिल हैं।

By JP YadavEdited By: Published: Fri, 08 Jan 2021 11:25 AM (IST)Updated: Fri, 08 Jan 2021 11:25 AM (IST)
आरएसएस के राष्ट्रीय पदाधिकारी के नाम पर ठगी करने वाला गिरफ्तार
डीसीपी भीष्म सिंह, इंस्पेक्टर राजीव कुमार, इंस्पेक्टर संदीप मल्होत्रा की टीम ने उसे दबोच लिया।

नई दिल्ली,  जागरण संवाददाता। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के एक राष्ट्रीय पदाधिकारी के नाम पर फर्जीवाड़ा करने का मामला सामने आया है। आरोपित उनके नाम पर सेना के अधिकारियों सहित कई नामी डाक्टरों को काल कर लाखों रुपये की ठगी कर चुका है। एक डाक्टर की शिकायत पर दिल्ली क्राइम ब्रांच की साइबर सेल ने मंगलवार को उसे पहाड़गंज के उदासीन आश्रम के पास से गिरफ्तार कर लिया। ठग की पहचान देवेंद्र कुमार मिश्रा उर्फ गुड्डू के तौर पर हुई है। वह मध्य प्रदेश के रीवा जिले का रहने वाला है। उसके पास से 68 हजार नकद मिले हैं। एडिशनल पुलिस कमिश्नर क्राइम ब्रांच शिबेश सिंह के मुताबिक आरोपित से कई फर्जी दस्तावेज बरामद हुए हैं, जिनमें मंत्रालय के भी फर्जी आइकार्ड शामिल हैं।

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डॉ. प्रवीन कुमार रेड्डी ने क्राइम ब्रांच की साइबर सेल को शिकायत कर बताया था कि चार अक्टूबर को उनके पास देवेंद्र मिश्रा नाम के शख्स ने काल की थी। उसने 10 अक्टूबर को दिल्ली कैंट स्थित आरआर हास्पिटल की आफिसर मेस में बुलाया था। फोन कर उसने खुद को एम्स और आर्मी के आरआर हॉस्पिटल में विजि¨टग फैकल्टी और नीति आयोग का सलाहकार भी बताया था। रेड्डी जब आरआर हास्पिटल पहुंचे तब गेस्ट रूम के बाहर डॉ. देवेंद्र नीति आयोग की नेम प्लेट लगी हुई थी।

बातचीत के दौरान देवेंद्र ने बताया कि वह रक्षा मंत्री और उनके मंत्रालय में तैनात अधिकारी से रोजाना मिलता है। वह पदोन्नति और पोस्टिंग में उनकी मदद कर सकता है। उसने अपने मोबाइल में कई आर्मी अफसरों और मंत्रियों के फोटो भी दिखाए। एक मोबाइल नंबर दिखाते हुए बोला कि यह आरएसएस के एक राष्ट्रीय पदाधिकारी का नंबर है। उनसे रोज बातचीत करने का झांसा दिया। इससे प्रवीण को उस पर शक हो गया और उन्होंने क्राइम ब्रांच में शिकायत कर दी। जांच से पता चला कि उसके पास तीन मोबाइल नंबर में से एक दिल्ली के पालम कालोनी के धर्मेंद्र तिवारी व दो मध्य प्रदेश रीवा के देवेंद्र कुमार मिश्रा के नाम पर पंजीकृत है। मंगलवार को साइबर सेल को सूचना मिली कि देवेंद्र पहाड़गंज आने वाला है।

डीसीपी भीष्म सिंह, इंस्पेक्टर राजीव कुमार, इंस्पेक्टर संदीप मल्होत्रा की टीम ने उसे दबोच लिया। पूछताछ में इसने बताया कि वह गाजियाबाद से पंचकुइया रोड स्थित आरएसएस के आफिस में किसी से मिलने आया था। उसके पास से कई फर्जी पहचान पत्र बरामद हुए। इसमें स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के संयुक्त सचिव, एम्स के असिस्टेंट प्रोफेसर, संजय गांधी मेमोरियल के डाक्टर, आर्मी के आरआर हास्पिटल का विजि¨टग कार्ड और दो मोबाइल फोन बरामद हुए। एक एप्लीकेशन भी मिली, जो स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की थी।

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