Air Pollution: केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर की जनता से अपील, नजदीक के काम के लिए पैदल जाएं
राजधानी की आबोहवा पिछले कई दिनों से खराब श्रेणी में बनी हुई है। इसमें सुधार होता नहीं दिख रहा है। पंजाब व हरियाणा में जलाई जा रही पराली का धुआं भी दिल्ली पहुंचने लगा है। इस वजह से प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। प्रदूषण के खिलाफ छिड़ी जंग अब दिल्ली, एनसीआर तक ही सीमित नहीं रहेगी, बल्कि यह देशभर में चलेगी। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि दिल्ली सहित सौ शहरों में प्रदूषण से निपटने की योजना पर काम किया जा रहा है। अगले तीन से चार वर्षों में इसके परिणाम दिखेंगे। इन सभी शहरों में हवाओं की गुणवत्ता में सुधार आएगा। उन्होंने अगले दो वर्षों में प्रदूषण फैलाने वाले देश के 60 से 70 ताप विद्युत संयंत्रों को बंद करने की भी जानकारी दी।
जावड़ेकर रविवार को फेसबुक के जरिये वायु प्रदूषण से जुड़े मुद्दे को लेकर लोगों से रूबरू थे। पिछले पांच वर्षों में प्रदूषण से निपटने के लिए केंद्र की ओर से उठाए गए कदमों की जानकारी देते हुए जावड़ेकर ने बताया कि ताप विद्युत संयंत्रों को क्रमबद्ध तरीके बंद करने का फैसला लिया गया है। अगले दो वर्षों में 60 से 70 संयंत्रों को बंद किया जाएगा। हाल ही में दिल्ली स्थित बदरपुर और सोनीपत के ताप विद्युत संयंत्रों को बंद किया गया है। अन्य संयंत्रों को प्रदूषण रोधी उपकरणों से लैस किया जा रहा है।
प्रदूषण फैलाने वाले देश के करीब 4,500 उद्योगों को भी इस तकनीक से लैस किया गया है। इनकी चिमनियों पर ऐसे उपकरण लगाए गए हैं, जिनसे हर दिन के प्रदूषण के स्तर को लेकर संदेश आता है। इसके आधार पर कार्रवाई की जाती है। साथ ही स्थिति में सुधार होने के बाद ही उन्हें खोलने की अनुमति दी जाती है। जावड़ेकर ने दिल्ली सहित समूचे एनसीआर में प्रदूषण से जुड़े सवाल पर भी जवाब दिया और कहा कि इसके लिए कई कारण जिम्मेदार हैं। इनमें पराली जलाना अहम कारक है। हालांकि, यह समस्या सिर्फ 40 दिन ही रहती है। बाकी दिनों में प्रदूषण फैलाने के आंतरिक कारक हैं, जिनकी ओर सभी को ध्यान देना चाहिए।
भारत पर प्रदूषण फैलाने का आरोप लगाने वाले अपने यहां भी देखें
जावड़ेकर ने फेसबुक पर किए गए सवाल के जवाब में कहा कि प्रदूषण की समस्या पूरी दुनिया में है। जो लोग भारत पर प्रदूषण फैलाने का आरोप लगा रहे हैं, उन्हें अपने देश के शहरों में भी प्रदूषण के स्तर को देखना चाहिए, जहां स्थिति गंभीर है। उन्होंने इस दौरान कैलिफोर्निया के जंगलों में लगी आग का भी जिक्र किया और कहा कि उसके चलते प्रदूषण की स्थिति गंभीर है। ऐसी ही स्थिति दुनिया के दूसरे प्रमुख शहरों की भी है। गौरतलब है कि हाल ही में अमेरिका ने प्रदूषण फैलाने के लिए भारत सहित दुनिया के कई देशों पर आरोप लगाया था।
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