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दिल्ली आ रहे दो इराकी नागरिकों की विमान में मौत, बीमारी से मरने की आशंका

एयरपोर्ट अधिकारी ने बताया कि उड़ान दिल्ली से आधे घंटे की दूरी पर थी। तभी दोनों यात्रियों की हवा में ही तबीयत बिगड़ गई और बाद में उनकी मौत हो गई। इसके बाद पायलट ने घटना की जानकारी आइजीआइ एयरपोर्ट अधिकारियों को दी।

By Mangal YadavEdited By: Published: Thu, 21 Jan 2021 01:34 PM (IST)Updated: Thu, 21 Jan 2021 01:34 PM (IST)
दिल्ली आ रहे दो इराकी नागरिकों की विमान में मौत, बीमारी से मरने की आशंका
बीमारी की वजह से उनकी विमान में ही मौत हो गई।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। इराक से दिल्ली आ रहे दो इराकी नागरिकों की विमान में ही मौत हो गई। वे इलाज के लिए दिल्ली आ रहे थे। इसी दौरान विमान में उनकी तबीयत बिगड़ी और उन्होंने दम तोड़ दिया। घटना की जानकारी के बाद आइजीआइ थाना पुलिस दोनों नागरिकों को सफदरजंग अस्पताल ले गई। वहां डाक्टरों ने उनकी मौत की पुष्टि कर दी। बुधवार को शव का पोस्टमार्टम करा उसे परिजनों को सौंप दिया गया है।

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एयरपोर्ट अधिकारी ने बताया कि उड़ान दिल्ली से आधे घंटे की दूरी पर थी। तभी दोनों यात्रियों की हवा में ही तबीयत बिगड़ गई और बाद में उनकी मौत हो गई। इसके बाद पायलट ने घटना की जानकारी आइजीआइ एयरपोर्ट अधिकारियों को दी। उड़ान के आने पर दोनों यात्रियों को सफदरजंग अस्पताल भेज दिया गया था। मौत की पुष्टि के बाद शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया था।

वहीं, इसकी सूचना इराकी दूतावास को दी गई। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यात्रियों की हालत नाजुक थी और वे मेडिकल वीजा पर इलाज के लिए दिल्ली आ रहे थे। इसी बीच बीमारी की वजह से उनकी विमान में ही मौत हो गई।

जम्मू की महिला के अंगदान से तीन लोगों को मिलेगा जीवनदान

वहीं, जम्मू निवासी एक महिला को ब्रेन डेड घोषित किए जाने के बाद उनके परिवार वालों ने महिला की इच्छा का सम्मान करते हुए उनके शरीर के अंग दान में दिए हैं। महिला की किडनी, कार्निया और लिवर से अब तीन लोगों को जीवनदान मिल सकेगा। इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल में न्यूरोलाजी के सीनियर कंसल्टेंट डा मुकुल वर्मा के मुताबिक जम्मू निवासी बिंदिया कोहली को 16 जनवरी को ब्रेन हेमरेज होने के साथ ही हृदयाघात हुआ था। इसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। छह घंटे के अंतर से उनके दो एप्निया टेस्ट किए गए। उन्हें बचाने के लिए वेंटिलेटर पर भी रखा गया। 17 जनवरी को उन्हें ब्रेन डैड घोषित कर दिया गया।

इसके बाद उनके स्वजन ने बताया कि महिला अपनी मृत्यु के बाद अपने अंगदान देना चाहती थीं। उनके इस फैसले का सम्मान किया गया और उनके अंगदान किए गए। उनका लिवर अस्पताल में ही एक व्यक्ति में प्रत्यारोपित किया गया, जो पिछले 15 दिनों से आइसीयू में थे। दोनों किडनी एक अन्य अस्पताल व दोनों कार्निया आई बैंक को दान में दी गई हैं। डॉक्टरों का कहना है कि ¨बदिया ने जाते-जाते भी तीन लोगों की जिंदगी को रोशन कर दिया है।

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