पकड़े गए दो कर्मचारी, निजी लैब के लिए करते थे काम, जानिए क्या है इनका एम्स से कनेक्शन
पुलिस को दी गई शिकायत में एम्स ने उन पर मरीजों को बरगलाने का आरोप लगाया है। एम्स के अनुसार जितेंद्र के पास से चार पेट सीटी स्कैन की रिपोर्ट भी मिली हैं। राहुल पाठक नाम का आरोपित एक लैब में मार्केटिंग मैनेजर के पद पर काम करता है।

नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। एम्स में मंगलवार को अलग-अलग निजी लैब के लिए काम करने वाले दो कर्मचारी पकडे़ गए हैं, जो मरीजों को कम कीमत पर जांच कराने का लालच देकर बाहर जांच कराने ले जाते थे। एक की पहचान जितेंद्र नाम के व्यक्ति के रूप में हुई है, जो मदनगीर खानपुर का रहने वाला है। दूसरा आरोपित राहुल पाठक है, जो बुराड़ी का रहने वाला है। एम्स के सुरक्षा विभाग के अधिकारियों ने उन्हें पुलिस के हवाले कर मामला दर्ज करने के लिए कहा है।
पुलिस को दी गई शिकायत में एम्स ने उन पर मरीजों को बरगलाने का आरोप लगाया है। एम्स के अनुसार जितेंद्र के पास से चार पेट सीटी स्कैन की रिपोर्ट भी मिली हैं। राहुल पाठक नाम का आरोपित एक लैब में मार्केटिंग मैनेजर के पद पर काम करता है। एम्स का कहना है कि संस्थान में अत्याधुनिक लैब मौजूद हैं, जहां ख्याति प्राप्त डाक्टरों की देखरेख में जांच की जाती है और रिपोर्ट बिल्कुल सही होती है। इसलिए मरीज किसी के बहकावे में न आएं।
उधप दिल्ली में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। दिसंबर के शुरुआती दिनों में जहां प्रतिदिन राजधानी में 20-30 कोरोना के मरीज आ रहे थे, वहीं अब यह संख्या 300 को पार कर गई है। यही नहीं, कोरोना के ओमिक्रोन वैरिएंट से संक्रमित मरीजों की संख्या में भी लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। सोमवार को ओमिक्रोन के जहां 63 नए मामले सामने आए थे, वहीं मंगलवार को भी इसके 23 नए मरीज मिले, जो दर्शाता है कि ओमिक्रोन का संक्रमण भी दिन-प्रतिदिन बढ़ रहा है।
ऐसे में हालात की गंभीरता को समझते हुए ग्रेप के नियम लागू किए गए हैं, तो इनका पालन कराने के प्रति पूरी सख्ती भी बरती जानी चाहिए। दिल्ली सरकार का यह कदम लोगों को सुरक्षित करने को लेकर है, लेकिन यह तभी सफल और प्रभावी साबित हो सकता है, जबकि दिल्लीवासी इसमें सरकार का पूरा सहयोग करें। बाजारों में भीड़ न लगाएं और शारीरिक दूरी का पालन करने के साथ ही मास्क अवश्य लगाएं। साथ ही ग्रेप के प्रतिबंधों का पूरी तरह पालन करें। इसमें कोई दो राय नहीं कि ऐसा करके स्वयं को और दिल्ली को एक बार फिर संक्रमण के खतरनाक दौर में पहुंचने से बचाया जा सकता है।
Edited By Vinay Kumar Tiwari