जानें- कौन हैं दिल्ली पुलिस की 'लेडी सिंघम' प्रियंका, जिनकी गोली से घायल हुआ 4 लाख का इनामी बदमाश
मुठभेड़ में छह राउंड गोलियां चलीं जिनमें चार राउंड पुलिस व दो बदमाशों ने चलाई। बदमाशों की एक गोली एसीपी पंकज सिंह व दूसरी महिला एसआइ प्रियंका की बुलेटप्रूफ जैकेट पर लगी। इससे दोनों लोग बाल-बाल बच गए। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में बदमाशों के पैर में एक-एक गोली लगी।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच (Delhi Police Crime Branch) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दो बदमाशों का गिरफ्तार कर लिया है। इनमें से एक बदमाश रोहित चौधरी तो दिल्ली पुलिस की सब इंस्पेक्टर प्रियंका की गोली से घायल हुआ है, जिस पर 4 लाख रुपये का इनाम था। एनकाउंटर की कमान एसीपी पंकज और प्रियंका के हाथ में थी। दिल्ली पुलिस एनकाउंटर के इतिहास में शायद ऐसा पहली बार हुआ जब एनकाउंटर में महिला सब इंस्पेक्टर ने किसी इतने बड़े इनामी बदमाश को पकड़ा है। एसआइ प्रियंका दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच में लंबे समय से कार्यरत हैं।
यह है पूरा मामला
दिल्ली के टॉप टेन बदमाशों की सूची में शामिल कुख्यात रोहित चौधरी व उसके साथी प्रवीण से बुधवार देर रात प्रगति मैदान के पास क्राइम ब्रांच की मुठभेड़ हो गई। मुठभेड़ में छह राउंड गोलियां चलीं, जिनमें चार राउंड पुलिस व दो बदमाशों ने चलाई। बदमाशों की एक गोली एसीपी पंकज सिंह व दूसरी महिला एसआइ प्रियंका की बुलेटप्रूफ जैकेट पर लगी। इससे दोनों लोग बाल-बाल बच गए। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में दोनों बदमाशों के पैर में एक-एक गोली लगी। उन्हें आरएमएल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
एडिशनल पुलिस कमिश्नर शिबेश सिंह के मुताबिक आया नगर निवासी रोहित व प्रवीण उर्फ टीटू कुख्यात बदमाश हैं। 24 मार्च की रात क्राइम ब्रांच की एसटीएफ को दोनों के प्रगति मैदान के पास आने की सूचना मिली। डीसीपी भीष्म सिंह, एसीपी पंकज सिंह, इंस्पेक्टर सुनील तेवतिया, संजीव डेढा, विकास राणा, दिग्विजय सिंह, एसआइ प्रियंका, हरबीर, राजीव बेमेल, मनोज, विजय, अशोक की टीम ने भैरो मंदिर के पास पिकेट लगाकर चेकिंग शुरू कर दी। कुछ देर में नीले रंग की ग्लेंजा कार को आते देख पुलिस कर्मियों ने जब रुकने का इशारा किया तो रोहित बैरिकेड को टक्कर मारकर भागने की कोशिश करने लगा। पुलिस ने जब पीछा किया तो दोनों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। इसमें एक गोली एसीपी व एक महिला एसआइ की बुलेटप्रूफ जैकेट पर लगी। जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने जब पीछा किया तो दोनों बदमाश खुद को घिरा देखकर कार छोड़कर भागने लगी। इसी बीच पैर में गोली लगने से दोनों जख्मी हो गए तो पुलिस ने दबोच लिया। रोहित गिरोह का दक्षिण दिल्ली में प्रापटी पर कब्जा करने, रंगदारी वसूलने व फिरौती के लिए अपहरण करने आदि के आरोप हैं। लंबे समय से दिल्ली पुलिस इसकी तलाश कर रही थी। मकोका समेत हत्या, लूटपाट, फिरौती के लिए अपहरण पुलिसकर्मियों पर हमला करने के कई मामले में रोहित व प्रवीण वांछित था।
रोहित पर चार व प्रवीण पर था सवा दो लाख का इनाम
वह गिरोह का सरगना है और फतेहपुर बेरी थाने का घोषित बदमाश है। इस पर पहले के नौ मामले दर्ज हैं। दिल्ली पुलिस की तरफ से इस पर साढ़े तीन लाख और यूपी पुलिस से 50 हजार का इनाम है। प्रवीण भी आया नगर का रहने वाला है और रोहित का राइट हैंड है। इसके खिलाफ भी पहले के चार मामले दर्ज हैं। इस पर दिल्ली पुलिस से दो लाख व यूपी पुलिस से 25 हजार का इनाम था। बदमाशों से हुई ये बरामदगी इनके पास से दो पिस्टल, 8 कारतूस, लूटी गई ग्लेंजा कार बरामद हुई है। इसके अलावा कार से कई फर्जी पहचान पत्र, मोबाइल फोन और डोंगल बरामद हुए। ये विभिन्न स्थानों पर होटलों में ठहरने के लिए नकली पहचान का उपयोग कर रहे थे और इंटरनेट कॉ¨लग के माध्यम से गिरोह के सदस्यों के संपर्क में रहते थे।
रोहित गिरोह के पहले भी गिरफ्तार हो चुके बदमाश
दिल्ली पुलिस रोहित गिरोह के बदमाशों को पहले भी गिरफ्तार कर चुकी है। 15 जनवरी को क्राइम ब्रांच ने प्रभात को धौलपुर, राजस्थान से गिरफ्तार किया था। वह वहीं का रहने वाला है। इसपर 25 हजार का इनाम था। इससे पहले चार नवंबर को पुलिस ने मनीष को आया नगर से गिरफ्तार किया था। 6 मई 2019 को निखिल दोस्त ¨प्रस के साथ साकेत अदालत आया था। दोनों जब गेट के सामने आटो का इंतजार कर रहे थे तभी बाइक से आए दो बदमाशों ने उन पर फायरिंग कर दी थी। जान बचाने के लिए प्रिंस जब नाले में कूद गया तब पिस्टल लेकर बदमाश भी नाले में कूद गया और उस पर गोली चला दी थी। इसके बाद दोनों मौके से फरार हो गए थे। जांच से पता चला था प्रिंस की हत्या रोहित चौधरी के इशारे पर की गई थी। दिल्ली पुलिस ने उस पर एक लाख का इनाम रखा था। 4 नवंबर 2019 को रोहित ने सुधीर की फरीदाबाद में हत्या करी दी थी। उस समय सुधीर धौलाना, हापुड़ (यूपी) के क्षेत्र में एक शादी समारोह में भाग लेकर आ रहा था। प्रॉपटी विवाद के कारण उक्त वारदात को अंजाम दिया गया।
दिल्ली पुलिस की बहादुर सिपाहियों में शुमार हैं प्रियंका
अपनी मुस्कान की तरह ही प्रियंका ने अपनी बहादुरी भी बिखेरी है। दरअसल, जब बदमाशों की गोलीबारी के दौरान एक गोली पुलिस उपायुक्त पंकज की बुलेट प्रूफ जैकेट में लगी, जबकि गैंगस्टर और उसके साथी द्वारा चलाई गई गोलियों में से एक गोली सब-इंस्पेक्टर प्रियंका की बुलेट प्रूफ जैकेट पर जा लगी। बावजूद इसके न तो प्रियंका डरी और न ही एनकाउंटर के दौरान निर्बल होने का संदेश दिया। फिर प्रियंका की गोली 4 लाख के इनामी रोहित चौधरी का लगी और वह पकड़ गया।