डीडीए उपाध्यक्ष के नाम पर ठगी की कोशिश, इस एक गलती से हुआ मामले का खुलासा
फोन करने वाले ने खुद को डीडीए का उपाध्यक्ष बताते हुए मां की बीमारी की जानकारी दी। इसके बाद मां के उपचार के लिए कुछ रुपये खाते में ट्रांसफर करने के लिए कहा।
नई दिल्ली, जेएनएन। खुद को दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) उपाध्यक्ष बताकर एक युवक ने तीन अधिकारियों से ठगी का प्रयास किया। हालांकि एक ही नंबर से फोन आने और मां की बीमारी के नाम पर रुपयों की जरूरत बताने पर अधिकारियों को शक हुआ, जिससे आरोपित अपने प्रयास में सफल नहीं हो सका। डीडीए उपाध्यक्ष के निर्देश पर अधिकारियों ने आरोपित के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज करा दिया है।
डीडीए के एक अधिकारी ने बताया कि शुक्रवार को एक चीफ इंजीनियर सहित योजना विभाग के अधिकारियों के पास एक फोन आया। फोन करने वाले ने खुद को डीडीए का उपाध्यक्ष बताते हुए मां की बीमारी की जानकारी दी। इसके बाद मां के उपचार के लिए कुछ रुपये खाते में ट्रांसफर करने के लिए कहा।
इस दौरान तीन अधिकारियों के पास एक ही नंबर से फोन आने और रुपयों की जरूरत एक जैसी बताने पर अधिकारियों को शक हो गया। इस पर एक अधिकारी ने तुरंत मामले की सूचना उपाध्यक्ष तरुण कपूर के निजी सचिव को दी। निजी सचिव ने पूरे घटनाक्रम की जानकारी उपाध्यक्ष को दी।
उपाध्यक्ष ने मामले की गंभीरता को देखते हुए डीडीए के वाट्सएप ग्रुप और ट्वीटर पर भी इस मामले को सार्वजनिक कर दिया। इस मामले में तरुण कपूर का कहना है कि इस तरह के लेनदेन अपराध है। ऐसे ठगों के फोन आने पर तुरंत स्थानीय पुलिस के साथ ही विजिलेंस अधिकारी को सूचित करें। उन्होंने बताया कि तीन-चार महीने पहले भी पूर्व उपाध्यक्ष के नाम पर ऐसे ही फोन कॉल की शिकायतें सामने आई थीं।