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खालिद के खिलाफ पूरक आरोपपत्र से बात आई सामने, फोन कर कहा था- जला दिए कई घर

आरोपपत्र में उमर खालिद के एक वीडियो का जिक्र है। इसके जरिये बताया गया है कि उमर खालिद साजिश को लेकर पूरी तरह आश्वस्त था कि सरकार झुकेगी और सीएए को वापस ले लिया जाएगा। उसका कहना था कि ऐसा होने के बाद एनपीआर खत्म कराने की मुहिम छेड़ी जाएगी।

By Prateek KumarEdited By: Published: Sun, 10 Jan 2021 05:51 PM (IST)Updated: Sun, 10 Jan 2021 06:05 PM (IST)
खालिद के खिलाफ पूरक आरोपपत्र से बात आई सामने, फोन कर कहा था- जला दिए कई घर
आरोपपत्र में साजिश के सिलसिले को विस्तार से बयां किया गया है।

नई दिल्ली, आशीष गुप्ता। दिल्ली दंगे के मुख्य आरोपित पूर्व पार्षद ताहिर हुसैन और जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के पूर्व छात्र उमर खालिद वाट्सएप ग्रुप यूनाइटेड अगेंस्ट हेट के जरिये संपर्क में आए थे। खजूरी खास इलाके में हुई हिंसा के मामले में उमर खालिद के खिलाफ दायर पूरक आरोपपत्र से यह बात सामने आई है।

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आरोपपत्र में साजिश के सिलसिले को विस्तार से बयां किया गया है। इसके मुताबिक ताहिर उमर खालिद के भाषण का प्रशंसक था। वह उसके भाषणों को नियमित रूप से सुनता था। शाहीनबाग में मुलाकात के दौरान दंगे की साजिश रचने के बाद उमर खालिद ने अपने मंसूबों को अंजाम देने के लिए ताहिर हुसैन को टोकन मनी के रूप में 25 हजार रुपये दिए थे। यह भी बताया गया है कि गत वर्ष 24 फरवरी को जब दंगे शुरू हुए तो ताहिर ने उमर को फोन पर बताया था कि आगाज कर दिया गया है, कई घर जला दिए हैं।

पुलिस ने आरोपपत्र में बताया है कि उमर खालिद को जब नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में जंतर-मंतर पर धरना करने का कोई असर होता नहीं दिखा, तो उसने पूरी दिल्ली में जगह-जगह प्रदर्शन कराने का खाका खींचा। गत वर्ष आठ जनवरी को शाहीन बाग में ताहिर हुसैन के साथ बैठक करने के बाद पहले धरना-प्रदर्शन का दायरा बढ़ाया गया। कई जगह सड़कें घेरी गईं। आरोपपत्र के मुताबिक उमर खालिद ने ताहिर से कहा था कि सड़क जाम होने से जब लोगों को परेशानी होगी, फिर लोग प्रदर्शनकारियों से उलङोंगे। उसी दौरान फसाद को बढ़ाकर दंगे को अंजाम दिया जाएगा।

आरोपपत्र में उमर खालिद के एक वीडियो का जिक्र है। इसके जरिये बताया गया है कि उमर खालिद साजिश को लेकर पूरी तरह आश्वस्त था कि सरकार झुकेगी और सीएए को वापस ले लिया जाएगा। उसका कहना था कि ऐसा होने के बाद राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) को खत्म कराने की मुहिम छेड़ी जाएगी। आरोपपत्र में बताया गया है कि ताहिर और उमर खालिद को करीब लाने में खालिद सैफी ने अहम भूमिका निभाई। आरोपपत्र में तीनों की काल डिटेल रिकार्ड को आधार बनाकर इनके बीच संपर्क की कड़ियों को जोड़ा गया है। बता दें कि दिल्ली दंगे में नाम आने के बाद आम आदमी पार्टी ने ताहिर हुसैन को निलंबित कर दिया था।

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