रेलवे की बड़ी पहल, अगर प्लेटफॉर्म पर हुए बीमार, तो स्टेशन पर ही मिलेगा इलाज
यदि सफर के दौरान किसी यात्री की तबीयत खराब हो जाती है, तो उसे स्टेशन पर ही प्राथमिक उपचार देने के साथ ही जरूरत के अनुसार अस्पताल पहुंचाने की व्यवस्था की गई है।
नई दिल्ली, एजेंसी। दिवाली व छठ में घर जाने वालों की भीड़ स्टेशनों पर पहुंचने लगी है। भीड़ को देखते हुए रेलवे द्वारा कई कदम उठाए गए हैं। यदि सफर के दौरान किसी यात्री की तबीयत खराब हो जाती है, तो उसे स्टेशन पर ही प्राथमिक उपचार देने के साथ ही जरूरत के अनुसार अस्पताल पहुंचाने की व्यवस्था की गई है। इसके लिए रेलवे स्टेशनों पर स्वास्थ्य कर्मियों की तैनाती करने के साथ ही एंबुलेंस की भी व्यवस्था की गई है।
सफर के दौरान इलाज समस्या
सफर के दौरान तबीयत खराब होने पर समय पर उपचार उपलब्ध कराना बड़ी समस्या है। स्टेशनों पर भीड़ बढ़ने से यात्रियों के गिरकर चोटिल होने का खतरा बना रहता है। इसके साथ ही बुजुर्ग और बच्चों की तबीयत भी बिगड़ने की संभावना बनी रहती है।
प्रदूषण से समस्या बढ़ी
इस समय दिल्ली की हवा जिस तरह प्रदूषित हो रही है उससे सभी लोग बीमार हो रहे हैं। ऐसे में यात्री भी बीमार हो सकते हैं। इन बातों को ध्यान में रखते हुए नई दिल्ली, आनंद विहार टर्मिनल सहित प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर 15 नवंबर तक 24 घंटे डॉक्टरों की तैनाती सुनिश्चित की गई है।
24 घंटे तैनात रहेंगे डॉक्टर
रेलवे स्टेशनों पर प्राथमिक चिकित्सा पोस्ट भी बनाए गए हैं। जहां स्वास्थ्य संबंधी किसी तरह की परेशानी होने पर यात्रियों को दवाइयां उपलब्ध कराई जा रही हैं। इसके साथ ही सभी प्रमुख स्टेशनों पर पर्याप्त संख्या में स्ट्रेचर और व्हील चेयर की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं, जिससे कि बीमार यात्रियों व बुजुर्गो को किसी तरह की दिक्कत न हो।
बेहतर होगी यात्रा
नई दिल्ली, पुरानी दिल्ली और आनंद विहार टर्मिनल पर एंबुलेंस की भी व्यवस्था की गई है जिससे गंभीर रूप से बीमार यात्रियों को समय रहते अस्पताल पहुंचाया जा सके। अधिकारियों का कहना है कि रेलवे स्टेशनों विशेषकर दिल्ली क्षेत्र के स्टेशनों पर किसी भी स्थिति को संभालने के लिए नई दिल्ली स्थित उत्तर रेलवे केंद्रीय अस्पताल को तैयार रखा गया है।