सफल नहीं हुई RFID Tags से प्रवेश देने की 11वीं कोशिश, नाकों पर नकद वसूली करते दिखे टोल कर्मी
सभी टोल नाकों पर निगम ने आरएफआइडी टैग के बिना प्रवेश करने वाले व्यावसायिक वाहन चालकों पर कार्रवाई के लिए टीमें तैनात कर रखी थीं। ये टीमें इस बार टोल नाकों पर न खड़े होकर टोल पार करने के बाद तीन सौ से पांच सौ मीटर आगे खड़ी थीं।
नई दिल्ली [निहाल सिंह]। राजधानी के 124 टोल पर रेडियो फ्रिक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन डिवाइस (आरएफआइडी) टैग से व्यावसायिक वाहनों का प्रवेश अनिवार्य करने के बाद निगम की 11वीं बार की कोशिश में भी उसे अधिक सफलता नहीं मिली है। मंगलवार को कई टोल नाकों पर व्यावसायिक वाहन चालक नकद भुगतान करके गुजरते हुए दिखाई दिए। हालांकि, निगम का दावा है कि 150 वाहन चालकों पर जुर्माना किया गया है। साथ ही परिवहन विभाग से उनके परमिट रद करने की सिफारिश भी की गई है। अब यह अभियान प्रतिदिन चलेगा। जो भी व्यावसायिक वाहन चालक बिना आरएफआइडी टैग के जरिये प्रवेश करेगा, उस पर जुर्माना तो लगाया ही जाएगा, उसका परमिट रद करने की सिफारिश भी की जाएगी।
दिल्ली के सभी टोल नाकों पर व्यावसायिक वाहनों के प्रवेश पर आरएफआइडी लागू करने की जिम्मेदारी बतौर नोडल एजेंसी दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के पास है। निगम वर्ष 2018 से लेकर अब तक 10 बार प्रयास कर चुका है। मंगलवार को 11वीं कोशिश भी असफल रही, क्योंकि कापसहेड़ा, गाजीपुर, चिल्ला और दिलशाद गार्डन टोल नाके पर नकद टोल देकर बड़ी संख्या में व्यावसायिक वाहन गुजरते हुए दिखाई दिए।
टोल नाकों से आगे खड़ी की गईं टीमें
सभी टोल नाकों पर निगम ने आरएफआइडी टैग के बिना प्रवेश करने वाले व्यावसायिक वाहन चालकों पर कार्रवाई के लिए टीमें तैनात कर रखी थीं। ये टीमें इस बार टोल नाकों पर न खड़े होकर टोल पार करने के बाद तीन सौ से पांच सौ मीटर आगे खड़ी थीं। यहां पर व्यावसायिक वाहन चालकों से टैग से प्रवेश का सुबूत मांगा जा रहा था। सुबूत न देने पर टोल पर चुकाई गई कीमत के बराबर ही जुर्माना वसूला जा रहा था। निगम अधिकारी का कहना है कि टोल नाकों पर जाम न लगे, इसलिए यह योजना अपनाई गई है। प्रतिदिन इसी प्रकार से निगम की टीमें व्यावसायिक वाहन चालकों की जांच करेंगी।
बरसात के कारण कम हुआ जुर्माना
राजधानी में 124 टोल नाके हैं। इनमें से 13 टोल नाकों से राजधानी में बाहर से आने वाले कुल यातायात का 85 फीसद प्रवेश करता है। करीब छह लाख व्यावसायिक वाहन चालकों ने आरएफआइडी टैग ले रखा है, लेकिन केवल 150 के ही चालान होने पर निगम ने बरसात को बड़ी वजह बताया है। निगम का कहना है कि दिल्ली में अक्सर सुबह दफ्तर के समय गाड़ियां प्रवेश करती हैं, लेकिन भारी बरसात के कारण जुर्माना करने में दिक्कत हुई।