Move to Jagran APP

केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा को ब्लैकमेल करने की कोशिश करने वाली युवती पुलिस रिमांड पर

केंद्रीय मंत्री डॉ महेश शर्मा से दो करोड़ की वसूली की कोशिश मामले में फरार चल रहा चैनल मालिक आलोक कुमार अगस्त महीने से ही उनसे मिलने की कोशिश में लगा था।

By Edited By: Published: Tue, 23 Apr 2019 09:19 PM (IST)Updated: Wed, 24 Apr 2019 07:45 PM (IST)
केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा को ब्लैकमेल करने की कोशिश करने वाली युवती पुलिस रिमांड पर
केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा को ब्लैकमेल करने की कोशिश करने वाली युवती पुलिस रिमांड पर

नोएडा [सुरेंद्र राम]। केंद्रीय मंत्री डॉ महेश शर्मा को वीडियो दिखाकर ब्लैकमेल कर 2 करोड़ की अवैध वसूली की कोशिश करने की आरोपित युवती को आज कोर्ट में पेश किया। पुलिस की मांग पर युवती को कोर्ट ने 7 दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है।

loksabha election banner

इस दौरान पुलिस युवती से पूछताछ कर इस गैंग के बाकी सदस्यों और ब्लैकमेलिंग के शिकार हुए अन्य नेताओं व प्रभावशाली लोगों के बारे में जानकारी जुटाने का प्रयास करेगी, अभी मुख्य आरोपित प्रतिनिधि चैनल का मालिक आलोक व कथित पत्रकार खालिद के साथ एक युवती फरार है।

महेश शर्मा से दो करोड़ की वसूली की कोशिश मामले में फरार चल रहा चैनल मालिक आलोक कुमार अगस्त महीने से ही उनसे मिलने की कोशिश में लगा था। उसे डॉ महेश शर्मा से पहली बार मिलवाने वाली समाजसेविका ऊषा ठाकुर ने मंगलवार को कहा कि आलोक कुमार उनसे अगस्त 2018 से ही मिलवाने के लिए दबाव बना रहा था।

हालांकि उस दौरान यह नहीं बताया था कि वह मंत्री से क्यों मिलना चाहता है। ऊषा ठाकुर ने कहा कि मार्च 2019 में उसने कहा कि वह चुनाव प्रचार में डॉ महेश शर्मा की मदद करना चाहता है। इस बात पर ही उन्होंने उसकी मुलाकात कराई थी। ऊषा ठाकुर ने दावा किया कि उन्हें इस बात की भनक नहीं थी कि आलोक उनका इस्तेमाल कर स्टिंग कर ब्लैकमेल करने वाला है।

ऊषा ठाकुर ने बताया कि आलोक मूलरूप से भागलपुर बिहार का रहने वाला है। उन्हें जानकारी मिली है कि पहले वह आइटी कंपनी में नौकरी करता था। नौकरी छोड़ कर उसने प्रतिनिधि चैनल को संचालित कर रहा था। उन्होंने कहा कि उसके बुलाने पर उसके चैनल पर दो-तीन बार डिबेट में हिस्सा लेने गई थीं। वहीं ब्लैकमेलिंग मामले में सोमवार को गिरफ्तार हुई नीशू उनकी एनजीओ के लिए कभी-कभी काम करती थी, लेकिन वह आलोक के चैनल में ही कर्मचारी थी।

ऊषा ठाकुर ने आरोप लगाया कि आलोक ने अपने उद्देश्य को लेकर उन्हें पूरी तरह से धोखे में रखा। उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री को ब्लैकमेल करने की कोशिश मामले से उनका कोई लेना-देना नहीं है। ऊषा ठाकुर का कहना है कि ब्लैकमेलिंग मामले में दर्ज एफआइआर में वह आरोपित नहीं है। फिर भी पुलिस ने उन्हें सोमवार रात 12 बजे तक हिरासत रखकर महिला थाने में पूछताछ की और उनका उत्पीड़न किया, जबकि वह डायबिटीज की मरीज हैं।  वह पुलिस उत्पीड़न के खिलाफ मानवाधिकार आयोग से शिकायत करेंगी।

चैनल बंद होने के बाद कई से ली थी लाखों आर्थिक मदद
पुलिस के मुताबिक, नोटबंदी के बाद आर्थिक तंगी के चलते आलोक को अपना प्रतिनिधि चैनल बंद करना पड़ा था। इसके बाद उसने शहर के कई लोगों से लाखों रुपये आर्थिक मदद के तौर पर लिए थे, जो अभी तक नहीं लौटाए हैं। इसके बाद उसने स्टिंग कर नेताओं व प्रभावशाली लोगों को ब्लैकमेल करने की योजना बनाई। वह सभी टीमों को अलग-अलग काम देता था। इन टीमों में शामिल लोग एक-दूसरे के कार्य के बारे में नहीं जानते थे।

हर स्टिंग में नया मोबाइल व टैबलेट का करता था इस्तेमाल
पुलिस का कहना है कि वह हर स्टिंग में नया मोबाइल व नया टैबलेट का इस्तेमाल करता था। गिरफ्तार की गई पूर्व पत्रकार नीशू से बरामद टैबलेट व मोबाइल में सिर्फ 4 मोबाइल नंबर मिले हैं। इसमें से दो नंबर आलोक के ही हैं, जबकि एक नंबर नीशू का है। चौथा नंबर भी एक अन्य युवती का है। टैबलेट में सिर्फ स्टिंग का एक वीडियो है। वह टीम में शामिल लोगों के पास कोई सबूत नहीं छोड़ता है।

कौन है फरार युवती, उसकी गिरफ्तारी से खुलेंगे कई राज
केंद्रीय मंत्री को ब्लैकमेल कर दो करोड़ रुपये ऐंठने की कोशिश करने वालों में आलोक, खालिद व नीशू के साथ साथ एक अन्य युवती का भी नाम सामने आया है। यह युवती कौन है, इस बारे में पुलिस को भी ज्यादा जानकारी नहीं है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि यह युवती फरार है। उसकी केंद्रीय मंत्री से ब्लैकमेलिंग मामले में बड़ी भूमिका रही है। वह फरार चल रहे आलोक की करीबी भी बताई जा रही है। पुलिस का कहना है कि उसकी गिरफ्तारी के बाद कई अहम राज खुलने की उम्मीद है।

आलोक के परिजनों से पुलिस कर रही पूछताछ
पुलिस के अनुसार मुख्य आरोपित आलोक पहले दिल्ली में रहता था। अभी दो माह पहले ही उसने सेक्टर 92 में किराए पर फ्लैट लिया था। यहां वह अपनी पत्नी, दो बच्चे, मां व बहन के साथ रहता है। इस घटनाक्रम के बाद से ही वह घर से फरार है। बताया जा रहा है कि पुलिस फरार आरोपित आलोक के परिजनों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। वहीं, फरार आरोपित खालिद के बारे में भी ज्यादा जानकारी नहीं मिल सकी है।

पत्राचार से बीकॉम कर रही है नीशू
पुलिस पूछताछ में गिरफ्तार आरोपित नीशू ने बताया कि वह दिल्ली के एक कॉलेज से पत्राचार के जरिए बीकॉम कर रही है। यह उसका दूसरा वर्ष है। उसकी मां नरेला, दिल्ली में एक दुकान चला कर परिवार का खर्च निकालती है, जबकि उसका इकलौता भाई अपनी मां के साथ रह कर सीए की तैयारी कर रहा है।

यह है मामला
केंद्रीय मंत्री डॉ. महेश शर्मा ने सोमवार दोपहर डेढ़ बजे एसएसपी वैभव कृष्ण को कॉल कर ब्लैकमेल करने की कोशिश की शिकायत की थी। इसी के बाद एसएसपी पुलिस बल के साथ सेक्टर 27 स्थित कैलाश अस्पताल पहुंचे और पूर्व पत्रकार नीशू को गिरफ्तार कर लिया। जांच में पर्दाफाश हुआ कि बंद हो चुके प्रतिनिधि चैनल के मालिक आलोक कुमार इसका मास्टर माइंड है। उसने 24 मार्च को केंद्रीय मंत्री से बात कर एक वीडियो बना लिया था। उसी वीडियो के आधार पर ब्लैकमेल कर उनसे दो करोड़ की मांग कर रहा था।

दिल्ली-NCR की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.