कोरोना से बचने के लिए अपनाएं 11 अचूक उपाय, ये होम्योपैथिक दवाएं भी कारगर
दिल्ली की जानी मानी होम्योपैथिक डा. कंचन मित्तल का कहना है कि कोरोना वायरस के उपचार और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए होम्योपैथिक दवाएं भी कारगर हैं। लोग होम्योपैथिक की दवाएं लेकर भी स्वस्थ हो सकते हैं।
नई दिल्ली [राहुल सिंह]। राजधानी दिल्ली और एनसीआर में एक बार फिर कोरोना संक्रमण का प्रकोप तेजी से फैल रहा है। लगातार संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है। वहीं, लोग अस्पताल जाने की बजाए घरों में रहकर उपचार करा रहे हैं। ऐसे में लोग रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए तरह तरह की दवाओं का सेवन कर रहे हैं। वहीं, दिल्ली की जानी मानी होम्योपैथिक डा. कंचन मित्तल का कहना है कि कोरोना के उपचार और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए होम्योपैथिक दवाएं भी कारगर हैं। लोग होम्योपैथिक की दवाएं लेकर भी स्वस्थ हो सकते हैं।
उन्होंने कहा कि लोगों को इन दिनों थोड़ा संयम बरतना होगा और उन्हें घबरना नहीं होगा। कोरोना और आमिक्रोन के केसों में सावधानी बरतनी होगी और अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता पर ध्यान देना होगा। साथ ही आक्सीजन को लेकर कहा कि होम्योपैथिक की दवाएं लोगों का गिरता हुआ आक्सीजन स्तर बढ़ाने में भी तेजी से काम करती है। मरीज को गंभीर स्थिति होने पर ही अस्पताल लेकर जाएं। बेवजह अस्पतालों का रुख ना करें।
इन बातों का रखें खयाल
- कम से कम 30 मिनट योग रोजाना करें
- बच्चों को पार्क में जाने से मना करना होगा
- लोगों को दवाओं के साथ गर्म पानी का प्रयोग करना चाहिए
- लगातार भाप लेनी चाहिए
- कम से कम आठ घंटे की नींद लेनी होगी
- दाल और चने का प्रयोग करना चाहिए
- खट्टे फलों से अगर गला खराब हो रहा है तो उसके स्थान पर विटामिन सी की दवाओं का सेवन करें़
- मास्क लगाएं
- शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करें
- बाजार और भीड़ भाड़ वाले इलाकों में परहेज करें
- सर्दी-खासी के साथ अगर बुखार आए तो तुरंत कोरोना की जांच कराएं।
डा. कंचन मित्तल ने कहा कि उनके पास रोजाना कोविड और नॉन कोविड के मरीज उपचार के लिए आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि कई ऐसी दवाएं हैं, जो मरीजों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में बहुत ही सहायक हो रही है। इनमें केंफर 1000, ओसीमम संतम, टीनोस्पोरा टिंचर आदि दवा शामिल हैं, जो क्षमता बढ़ाने में काम कर रही हैं।
वहीं, बुखार में उपाटोरियम 1000 कारगर है। इसके साथ ही सूखी खांसी में ब्रयोनिआ 200, फास्फोरस, स्पोंजिए आदि दवा शामिल हैं। वहीं, बलगम वाली खांसी में ऐन्टिम टार्ट 200, पल्सटिला काम आ रही हैं। इसके अलावा जिन मरीजों को आक्सीजन कम हो रहा है उन्हें एस्पीडोस्पर्मा टिंचर और जस्टिसिआ टिंचर दी जा रही है, जो तेजी से काम कर रही है।