Move to Jagran APP

जल्द ही चिड़ियाघर में दिखेंगे नागपुर और चेन्नई के बाघ, केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण की मंजूरी का इंतजार

नागपुर के गोरेवाड़ा से दो मादा और चेन्नई के चिडि़याघर से आएगा एक नर बाघ- चिडि़याघर में फिलहाल दो बंगाल बाघ और पांच सफेद बाघ हैं मौजूद तीन के आने के बाद कुल संख्या हो जाएगी 10- दिल्ली चिडि़याघर और दोनों चिडि़याघर के बीच हुआ करार केंद्रीय चिडि़याघर प्राधिकरण की मंजूरी बाकी

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Published: Thu, 29 Jul 2021 01:12 PM (IST)Updated: Thu, 29 Jul 2021 01:12 PM (IST)
जल्द ही चिड़ियाघर में दिखेंगे नागपुर और चेन्नई के बाघ, केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण की मंजूरी का इंतजार
अब बस केंद्रीय चिडि़याघर प्राधिकरण से इसको मंजूरी मिलना बाकी है।

नई दिल्ली, [राहुल सिंह]। जल्द ही दिल्ली के चिड़ियाघर का बाघों को लेकर किया जा रहा इंतजार अब खत्म होने जा रहा है। यहां तीन नए बंगाल टाइगर शामिल होने जा रहे हैं, जो देश के अन्य चिड़ियाघरों से जानवरों की अदला-बदली के बाद आएंगे। इसके बाद राजधानी में कुल पांच बंगाल और पांच सफेद बाघ हो जाएंगे। दिल्ली-नागपुर व दिल्ली-चेन्नई के चिड़ियाघरों के बीच इसको लेकर करार हो चुका है। अब बस केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण से इसको मंजूरी मिलना बाकी है।

loksabha election banner

चिड़ियाघर के अधिकारियों की मानें तो हमेशा से राष्ट्रीय पशु बाघ को बचाने के लिए काम किया जाता है। इसके लिए चिड़ियाघर और जंगलों में लगातार एजेंसी सतर्क रहती हैं, जो बाघ का शिकार करने वाले लोगों पर निगरानी रखती हैं। वहीं, देश में इन दिनों करीब तीन हजार बाघ हैं, जिनकी संख्या पिछले दिनों में बढ़ी हैं, जो एक सुखद समाचार है।

अधिकारियों की मानें तो चिड़ियाघरों में भी जानवरों की संख्या बढ़ाने पर काम किया जाता है। इसके लिए जानवरों की अदला बदली की जाती है, ताकि इससे इनका प्रजनन बढ़ सकें। इसी को लेकर पिछले दिनों चिड़ियाघर ने देश के तमाम चिड़ियाघर से बाघ लेने की मांग की थी, जो अब जाकर पूरी हो रही है। अधिकारियों की मानें तो नागपुर के गोरेवाड़ा चिड़ियाघर से मादा बंगाल टाइगर दिल्ली को मिलेंगे।

इसके बदले दिल्ली से उस चिड़ियाघर को काला हिरण, चीतल, लोमड़ी व कई पक्षी दिए जाएंगे। वहीं, चेन्नई चिड़ियाघर से एक नर बंगाल टाइगर मिलेगा, जिसके बदले उन्हें हिरण, शिया, लोमड़ी आदि जानवर दिए जाएंगे। उनका कहना है कि इसके लिए करीब एक साल से प्रयास किए जा रहे थे। ये करार अब जाकर पूरा हुआ है। उम्मीद है कि दिल्ली में तीन नए बंगाल टाइगर आने से प्रजनन होगा, जिससे बाघों की संख्या बढ़ेगी। अधिकारियों की मानें तो दिल्ली का चिड़ियाघर प्रजनन संरक्षण के लिए जाना जाता है, जहां से अन्य चिड़ियाघरों को जानवर दिए जाते हैं।

अधिकारी का जवाब

तीन नए बंगाल टाइगर आने का रास्ता लगभग साफ हो गया है। केवल प्राधिकरण के आदेश का इंतजार है, जो जल्द मिल जाएगा। इसके बाद जनवरों की अदला बदली का काम किया जाएगा। इसके बाद दिल्ली चिड़ियाघर में बाघों की संख्या कुल 10 हो जाएगी। जो पर्यटकों के लिए राहत होगी।

- रमेश कुमार पांडेय, निदेशक दिल्ली चिड़ियाघर


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.