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Tiddi Dal Attack: 65 साल पहले दिल्ली पर हुआ था टिड्डियों के दल का हमला

Tiddi Dal Attack 1952 में टिड्डियों के दल ने दिल्ली पर धावा बोला था। तब टिड्डियों के दल ने खेत के खेत साफ कर दिए थे।

By JP YadavEdited By: Published: Sat, 27 Jun 2020 11:53 AM (IST)Updated: Sat, 27 Jun 2020 06:46 PM (IST)
Tiddi Dal Attack: 65 साल पहले दिल्ली पर हुआ था टिड्डियों के दल का हमला
Tiddi Dal Attack: 65 साल पहले दिल्ली पर हुआ था टिड्डियों के दल का हमला

नई दिल्ली [गौतम कुमार मिश्रा]। Tiddi Dal Attack: पड़ोसी जिले गुरुग्राम के बाद टिड्डी दल राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी पहुंच सकता है। दिल्ली देहात के लोगों की याद में टिड्डियों के हमले से जुड़ी बातें एक बार फिर ताजा हो गई हैं। कैर गांव के बुजुर्ग चेयरमेन अमर सिंह बताते हैं कि शायद 1952 का साल रहा हो, जब टिड्डियों के दल ने दिल्ली पर धावा बोला था। तब टिड्डियों के दल ने खेत के खेत साफ कर दिए थे। यहां तक कि जिस पेड़ पर टिड्डियां डेरा जमाती थी, उसके सारे पत्ते खा जाती थी। अमर सिंह बताते हैं कि इसके करीब आठ या नौ साल बाद एक बार फिर टिड्डियों ने दिल्ल पर हमला बोला था।

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भारतीय किसान यूनियन दिल्ली प्रदेश के अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह डागर बताते हैं कि टिड्डियों के दल के खतरे को देखते हुए उनके पास कई किसानों के फोन आए। कुछ बुजुर्ग किसानों से जब पुराने अनुभव पूछे गए तो उन्होंने बताया कि तब सरकार की ओर से टिड्डियों के खात्मे के लिए कुछ दवाइयों के छिड़काव का प्रबंध किया गया था। हालांकि किसानों ने भी अपने स्तर पर टिड्डियों को काबू करने की कोशिश की थी। इसके तहत जिस खेत में टिड्डियां डेरा डालती थी, उस खेत से कुछ गज की दूरी पर किसान खाई खोदते थे, जैसे ही टिड्डिया उड़कर खाई में पहुंचती थी, किसान वहां मिट्टी डाल देते थे। तब इस तरह की कोशिश दिल्ली देहात में खूब हुई। वीरेंद्र बताते हैं कि उनकी जानकारी में इसके बाद टिड्डियों के झुंड से पहली बार दिल्ली को खतरा महसूस हो रहा है।

बता दें कि टिड्डी दल जहां भी जाते हैं वहां पर खेतों को उजाड़ बना देते हैं। पूरी की पूरी फसल चट कर जाते हैं। देश के कई राज्यों में टिड्डी दल हमले कर चुके हैं और किसानों की बड़ा नुकसान पहुंचा चुके हैं।


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