Delhi Crime: फेक कौन बनेगा करोड़ पति लॉटरी के नाम पर करते थे चीटिंग, पाकिस्तान से चल रहा था रैकेट
दिल्ली पुलिस की साइबर सेल (Delhi Police Cyber Cell) ने तीन स्थानीय शातिर बदमाशों का गिरफ्तार किया है।
नई दिल्ली, एएनआइ। Delhi Crime : कौन बनेगा करोड़पति की लॉटरी स्कीम का झांसा देकर लोगों से ठगी करने वाले गिरोह के तीन बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। गिरोह का सरगना पाकिस्तान से बैठकर ठगी का संचालन कर रहा है। लोगों से जो पैसा ठगा जाता था, उसका 70 फीसद हिस्सा हवाला के जरिये पाकिस्तान भेजा जा रहा था।
संगठित तरीके से चलाए जा रहे इस गिरोह के तीन बदमाशों को दिल्ली पुलिस की साइबर यूनिट ने बिहार के गोपालगंज से गिरफ्तार किया है। गिरोह का नेटवर्क पूरे देश में फैला हुआ है। इसी वर्ष 17 जनवरी में उड़ीसा के कालाहांडी निवासी प्रताप बरीक ने ट्रेन के सामने कूदकर आत्महत्या कर ली थी। इससे पहले उसने एक वीडियो बनाया था, जिसमें उसने राणा प्रताप का नाम लिया था। राणा ने उससे 70 हजार रुपये की ठगी की थी। राणा की पहचान करने का प्रयास किया जा रहा है।
डीसीपी अन्येष राय ने बताया कि पुलिस ने तीन युवकों को गिरफ्तार किया है। जो पाकिस्तान के राउफ के लिए काम करते थे। आरोपित इम्तियाज, इमरान और संतोष ने पिछले वर्ष 7 मार्च से लोगों को कौन बनेगा करोड़पति के नाम से लॉटरी स्कीम के जरिये ठगना शुरू किया था। पुलिस ने बृहस्पतिवार को इन्हें पकड़ा।
ठगों का शिकार हुई नजफगढ़ निवासी महिला ने शिकायत में बताया था कि उसको पाकिस्तानी नंबर से वॉट्सएप मैसेज मिला था, जिसमें उसके 25 लाख रुपये की लॉटरी जीतने की बात कही गई थी। महिला उनके जाल में फंस गई। महिला को पाकिस्तान में राणा प्रताप से बात करने के लिए एक नंबर दिया गया। यहां बात करने पर उससे प्रोसेस फीस को टैक्स के नाम पर पैसे ठगे गए। कुछ दिन महिला को बताया गया कि उसकी लॉटरी की धनराशि 25 लाख से 75 लाख हो गई है। फिर से महिला से 5-5, 10-10 हजार रुपये करके कई बैंक खातों में करीब 40 लाख रुपये ठग लिए थे। आरोपितों ने उससे उसके वॉट्सएप का बैकअप भी डिलीट करवा दिया। महिला इस बात से और अधिक परेशान थी कि उसके पति को ठगी के बारे में कुछ भी नहीं पता था।
महिला की शिकायत के आधार पर एसीपी आदित्य गौतम के निर्देशन में इंस्पेक्टर प्रवीण के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया। महिला ने जिन बैंक खातों में पैसे जमा कराए थे, उनमें से खाता चालू मिला। खाते के जरिये मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने तीनों युवकों को बिहार से पकड़ लिया। आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि वे 2019 में नौकरी की तलाश में दिल्ली आए थे।